राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने बुधवार तड़के मध्यप्रदेश समेत हरियाणा, पंजाब, राजस्थान, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में दबिश दी है। एजेंसी आतंकवाद, नारकोटिक्स, तस्करी, गैंगस्टर के मामलों में छापेमारी कर रही है। देशभर में 100 से अधिक स्थानों पर NIA सर्च कर रही है। मध्यप्रदेश में दो जगह भिंड और बड़वानी जिले में जांच एजेंसी पहुंची है। भिंड SP मनीष खत्री ने बताया कि एंडोरी थाना इलाके के शेरपुरा गांव में NIA टीम जतेंद्र सिंह से पूछताछ करने पहुंची है। जतेंद्र के पिता नरेंद्र सिंह प्राइवेट बस ड्राइवर हैं। बैंक खातों में विदेशी मुद्रा के बड़े लेनदेन का इनपुट एजेंसी को मिला था। टीम पता लगा रही है कि बैंक खाते में इतना पैसा कहां से और क्यों आया। बड़वानी के वरला थाना इलाके के उमरठी गांव में रेड पड़ी है। जांच एजेंसी को यहां से खालिस्तानियों, नक्सलियों और आतंकियों को हथियार सप्लाई करने का इनपुट मिला था। उमरठी में टीम गोलू उर्फ टोनी से पूछताछ करने पहुंची। बता दें, वरला इलाके में बड़े पैमाने पर अवैध हथियार बनाए जाते हैं। यह इलाका सिकलीगरों यानी हथियार तेज करने वाले और इनमें चमक करने वाले कारीगरों का है। NIA की तरफ से ये छापेमारी पिछले साल दर्ज किए गए तीन अलग-अलग मामलों के सिलसिले में की जा रही है। एजेंसी ने इस साल 25 जनवरी को दीपक रंगा को गिरफ्तार किया था। दीपक मई 2022 में मोहाली स्थित पंजाब पुलिस के इंटेलिजेंस हेडक्वार्टर पर हमले का मुख्य आरोपी है। इंटेलिजेंस हेडक्वार्टर पर हमले के अलावा दीपक कई अन्य आतंकवादी और आपराधिक मामलों में भी शामिल रहा है। उस पर विदेशों में बैठे आतंकियों से भी संबंध रहे हैं। वह कनाडा में गैंगस्टर से आतंकी बने लखबीर सिंह संधू उर्फ लांडा और पाकिस्तान में रह रहे आतंकी हरविंदर सिंह संधू उर्फ रिंदा का भी करीबी सहयोगी रह चुका है। मंगलवार को भी पश्चिम बंगाल से आई NIA टीम ने मध्यप्रदेश के खंडवा में आतंकी गतिविधियों के आरोप में गिरफ्तार अब्दुल रकीब के घर तलाशी ली। रकीब के कमरे का दरवाजा बंद कर 2 घंटे सर्च की गई। टीम ने रकीब के मोबाइल में फीड नंबरों के बारे में छानबीन भी शुरू की। उसके रिश्तेदारों के अलावा 12 नाम और नंबरों की सूची बनाई है। ये उसके दोस्त या परिचित हैं। टीम इन्हें ट्रेस कर रिकॉर्ड खंगाल रही है। 9 जनवरी 2023 को पश्चिम बंगाल की STF (स्पेशल टास्क फोर्स ) की टीम ने खानशाहवली में रहने वाले SIMI (स्टूडेंट इस्लामिक मूवमेंट ऑफ इंडिया) के पूर्व सदस्य अब्दुल रकीब को गिरफ्तार किया था। रकीब उस समय STF की रडार पर आया था, जब पश्चिम बंगाल के हावड़ा में आतंकवाद के शक में गिरफ्तार हुए मो. सद्दाम और उसके दोस्त सईद अहमद ने पूछताछ में उसका नाम उगला था। तीनों आरोपियों का पाकिस्तान से चलने वाले कुख्यात आतंकी संगठन आईएसआईएस से जुड़े होने की बात सामने आई है। ये सोशल मीडिया पर एक-दूसरे जुड़े थे और कोलकाता को दहलाने की साजिश रच रहे थे।