भोपाल (ईन्यूज एमपी)- आज से सरकारी डॉक्टर हड़ताल पर जाने वाले हैं। इससे पहले, हड़ताल को रोकने के लिए मंगलवार रात चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग, स्वास्थ्य मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी और चिकित्सक संगठनों के बीच बैठक बेनतीजा रही। करीब एक घंटे चली बैठक में दोनों के बीच सहमति नहीं बन पाई। इसके बाद सरकार ने भी हड़ताल से निपटने के लिए तैयारी शुरू कर दी है। सरकार ने प्राइवेट अस्पताल से स्टाफ के बारे में जानकारी मांगी है। भोपाल में जीएमसी डीन ने 100 डॉक्टर मांगे हैं। मंगलवार रात चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग के आवास पर बैठक हुई। बैठक में स्वास्थ्य मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी, चिकित्सक संगठन के पदाधिकारी और गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा मौजूद रहे। करीब एक घंटे चली बैठक में भी कोई सहमति नहीं बन पाई। डॉक्टरों ने मंत्रियों को साफ कहा कि केन्द्र के समान डीएसीपी लागू कराने की मांग पहली है। यदि इस पर सरकार निर्णय नहीं लेती है, तो हड़ताल वापस नहीं ली जाएगी। मंत्री ने कहा कि कमेटी से एक-दो मीटिंग और कर लेते हैं, इसके बाद फैसला लेंगे। इस पर डॉक्टरों ने कहा कि बैठक करते-करते तो चुनाव की आचार संहिता लग जाएगी। यह कहकर डॉक्टर बाहर निकल आए। बैठक के बाद चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने दावा किया कि डॉक्टरों की 95% मांगें मान ली गई हैं। बातचीत के दौरान डॉक्टरों ने अपनी बात रखी, जिस पर हमने सहमति जताई। वहीं, मध्यप्रदेश शासकीय स्वशासी चिकित्सक महासंघ के संयोजक डॉ. राकेश मालवीय ने बताया कि सरकार ने डॉक्टरों की मांगें नहीं मानी हैं। सरकार झूठ बोल रही है। अगर ऐसा है, तो हस्ताक्षर किया हुआ सहमति पत्र कहां