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सिंगरौली पुलिस ने बंधक श्रमिक बने नाबालिगों को कराया मुक्त,दलाल हुआ गिरफ्तार...

सिंगरौली (ईन्यूज एमपी)- सिंगरौली पुलिस अधीक्षक मो. यूसुफ कुरैशी के नेतृत्व में सिंगरौली पुलिस द्वारा बड़ी कार्यवाही करते हुए नाबालिगों को रेस्क्यू करते हुए बंधक मजदूरी से मुक्त कराया गया है साथ ही जिले से नाबलिग बालिकाओं और युवको को प्रलोभन देकर ले जाने वाले जिले के लोकल एजेंट को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस अधीक्षक नें संबंधित कम्पनी के विरूद्ध भी कार्यवाही के दिये निर्देश । बंधक से दस्तयाब हुये सभी 07 बच्चों से पुलिस अधीक्षक मो. यूसुफ कुरैशी द्वारा व्यक्तिगत रूप से रू-ब-रू होकर उनका हाल चाल लिया गया एवं उनके साथ हुये घटनाक्रम को बारीकी से पूछतांछ कर संबंधित के विरूद्ध कडी कार्यवाही किये जाने के निर्देश दिए गए ।

जी हां अहमद नगर महाराष्ट्र में पैसो की लालच देकर बेगारी के नाम पर बंधक बनाये गये जिले के 07 बच्चों को सिंगरौली पुलिस टीम ने रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जाकर बंधक से मुक्त कराकर सकुशल जिला सिंगरौली में अपने परिवार से मिलाया गया है। परिजनों ने सहदय से धन्यवाद दिया है


गौरतलब है कि थाना सरई चौकी निगरी में दिनांक 26/04/23 को श्यामबिहारी जायसवाल अपने बेटे के संबंध में इस आशय की रिपोर्ट किया कि हंसलाल जायसवाल उर्फ गोलू जायसवाल निवासी ग्राम कटई के द्वारा पैसों की लालच देकर मेरे बच्चे को बहला फुसलाकर महाराष्ट्र ले गया है। बच्चे के द्वारा वहाँ से आने के लिये बोला था, लेकिन उसे आने नही दिया जा रहा बताया और अब मोबाईल से भी बात नहीं हो रही है। उक्त शिकायत को चौकी प्रभारी निगरी थाना सरई के द्वारा गंभीरतापूर्वक लेते हुये पुलिस अधीक्षक को अवगत कराया गया । * पुलिस टीम द्वारा द्वारा आरोपी हंसलाल जायसवाल उर्फ गोलू निवासी ग्राम कटई के मोबाईल लोकेशन के आधार पर अपहृत बच्चे की तलाश में अहमद नगर महाराष्ट्र गई। तलाश में यह पाया गया कि क्लासिक व्हील रिम कंपनी के एक रुम में अपहृत व्यकंट रमन को रखा गया है, पुलिस टीम लोकल पुलिस प्रशासन के सहयोग एवं कडी मेहनत से अपहृत के पास पहुंच कर दस्तयाब बच्चे को दस्तयाब किया गया । अपहृत बच्चे की दस्तयाबी उपरांत यह भी
खुलासा हुआ कि उक्त लडके के अतिरिक्त अन्य 06 लड़के जो कि सिंगरौली जिला के निवासी है उन्हें भी बंधक बनाया जाकर रखा गया है एवं बिना पैसे दिये श्रम कराया जा रहा है। " दस्तयाब सभी 07 लड़कों ने पुलिस टीम को बताया कि पैसे की लालच देकर आरोपी हंसलाल उर्फ गोलू जायसवाल व उसके साथियों द्वारा यहाॅ लाया गया था मजदुरी का पैसा मांगने पर हमारे साथ मारपीट की जाती है एवं मजदूरी का पैसा नही दिया जाता है और कमरे में बंद करके रखा जा रहा है
* उक्त गंभीर मामले के संबंध में पुलिस टीम द्वारा पुलिस अधीक्षक जिला सिंगरौली को घटना के संबंध में विस्तृत में अवगत कराया गया कि अपहृत बच्चे के अतिरिक्त अन्य 06 जो जिला सिंगरौली के है उन्हें भी बंधक बनाया गया है। पुलिस अधीक्षक सिंगरौली द्वारा मामले को गंभीरता से लेते वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत कराते हुये महाराष्ट्र पुलिस प्रशासन से सिंगरौली पुलिस टीम का सहयोग प्रदान करने के लिये कहा गया । तारतम्य में अहमदनगर, महाराष्ट्र पुलिस प्रशासन द्वारा सिंगरौली पुलिस टीम का पूर्ण सहयोग करते हुये 07 लड़कों को बंधक से मुक्त कराया गया, जिन्हें सिंगरौली पुलिस टीम ने जिला सिंगरौली लाया जाकर जाँच कार्यवाही प्रारम्भ की गई। बंधक सभी 07 बच्चों से विस्तृत पूछताछ की गई तो पता चला की आरोपी हंसलाल जायसवाल उर्फ गोलू द्वारा 07 बच्चों को बहला-फुसला कर काम दिलाने के लिए अहमद नगर महाराष्ट्र ले जाया जाकर रिम कंपनी में 500-500 रुपये प्रतिदिन की मजदूरी पर सभी लड़को को काम दिलाया मजदूरी का पैसा मांगने पर आरोपी गोलू तथा रिम कंपनी के लोगो द्वारा हमारे साथ बेल्ट व पाइप से मारपीट किये व गाली गलौच देकर बोले की तुम लोगो से ऐसे ही बिना मजदूरी के बेगारी करवाएगें और दुबारा मजदूरी का पैसा मांगने पर जान से मारने की धमकी दी गई और हम सभी 07 लड़कों को एक कमरे में बंद कर दिया गया ।

पूरे मामले में मानव दुर्व्यापार में संलिप्त आरोपी हंसलाल जयसवाल उर्फ गोलू पिता अंजनी जायसवाल निवासी ग्राम कटई, थाना सरई जिला सिंगरौली के विरूद्ध थाना सरई, जिला सिंगरौली में अपराध क्रमांक 499 / 23 धारा 370, 323, 294, 506, 342, 34 भादवि पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया जाकर आरोपी को गिरफ्तार कर न्यायालय पेश किया गया। सम्पूर्ण कार्यवाही में एस. डी. ओ. पी. देवसर श्री वीरेन्द्र धार्वे, निरीक्षक नेहरू सिंह खण्डाते, उप निरीक्षक प्रियंका सिंह बघेल, सउनि विनोद सिंह चौहान, आर.543 राजेश प्रजापति एवं जिले की सायबर सेल टीम की सराहनीय भूमिका रही है।

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