भोपाल (ईन्यूज एमपी)-प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मन की बात कार्यक्रम के हुआ। प्रदेश भर में लोगों ने पीएम मोदी को सुना। गांवों में चौपाल लगाकर लोगों ने कार्यक्रम सुना। सीधी जिले में भी 1036 बूथों पर पीएम मोदी की मन की बात को चुना गया यहां जनप्रतिनिधियों कर्मचारियों एवं आम आदमियों द्वारा अलग-अलग जगहों पर मन की बात सुनी गई और उस पर प्रतिक्रिया व्यक्त की गई। प्रदेश भर में 89 हजार स्थानों पर मन की बात कार्यक्रम सुना गया। मप्र भाजपा ने 25 हजार स्थानों पर बडे़ कार्यक्रम किए, वहीं 64 हजार बूथों पर भी इसका आयोजन किया गया। बीजेपी के राष्ट्रीय नेताओं, केन्द्रीय मंत्रियों से लेकर सीएम शिवराज सिंह चौहान, बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा भी इस कार्यक्रम में शामिल हुए। वहीं राजभवन में प्रतिभाशाली लोगों का राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने सम्मान किया। राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने राजभवन में प्रधानमंत्री की तारीफ करते हुए कहा कि ऐसे प्रधानमंत्री हमारे पास अभी हैं, भूतकाल में कोई नहीं था। भविष्य में पता नहीं कोई रहे न रहे, लेकिन अभी वर्तमान में प्रधानमंत्री हैं, सबसे अलग हैं और सालों-साल रहें। उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश के लोगों के नाम का जब जिक्र होता है, उनके लिए खुशी वाली बात होती है। मन की बात कार्यक्रम के साथ लोगों का जुड़ाव है। पीएम के संवाद में वास्तविक जीवन की कहानी दिखती है। सार्वजनिक जीवन में प्रधानमंत्री जन-जन के नेता बन गए हैं। मन की बात वास्तव में जनक्रांति है, जो देश के कोने कोने तक पहुंची। मन की बात ने कोरोना के समय में लोगों का आत्मविश्वास बढ़ाया था। कार्यक्रम के बाद सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा, आज प्रधानमंत्री जी के मन की बात हजारों बहनों ने सुनी। मन की बात ने सामाजिक क्रांति लाई है। अच्छे काम करने वालों को प्रधानमंत्री जी सामने लाते हैं। जो दूसरों के लिए प्रेरणा बन जाते हैं। मुख्यमंत्री लाडली बहना एक सामाजिक क्रांति है। बहनों की जिंदगी में बदलाव लाने का अब तक का दुनिया का सबसे बड़ा कदम है। एक जमाना था, जब कहा जाता था यत्र नार्यस्तु पूजयन्ते, रमंते तत्र देवता। लेकिन समय के साथ स्थितियां बदल गईं। बेटी-बेटा में फर्क होने लगा। बेटी के साथ समाज ने सौतेला व्यवहार किया। एक ही मां की कोख से बेटा और बेटी पैदा होते हैं, लेकिन लोग कहते हैं बेटा बुढ़ापे की लाठी का सहारा है। लेकिन विज्ञान ने प्रगति की तो पता चलने लगा कि पेट में बेटा है या बेटी। लोगों ने बेटी को कोख में मारने का पाप किया है। बेटे एक हजार पैदा होने लगे, तो बेटियां केवल नौ सौ रह गईं। मैं पूछता हूं कि अगर बेटी नहीं बचाओगे तो बहू कहां से लाओगे। ये असंतुलन पैदा हुआ तो कई कुंवारे घूम रहे हैं। ये गंभीर चिंता का विषय है। जिनके काम का मोदी ने किया जिक्र उनका राजभवन में किया सम्मान पीएम नरेन्द्र मोदी मन की बात के पिछले एपिसोड्स में जिन लोगों के कामों का जिक्र कर चुके हैं। उन्हें राजभवन में राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने सम्मानित किया। इसमें मध्य प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों के प्रतिभाशाली , होनहार नागरिकों का जिक्र प्रधानमंत्री ने विभिन्न समय में मन की बात में किया है। उनमें मुख्य रूप से ममता शर्मा ,आसाराम चौधरी, मास्टर तुषार, उषा दुबे, रजनीश, बबीता राजपूत, अर्जुन सिंह, रोहित सिसोदिया, फील्ड डायरेक्टर पेंच टाइगर रिजर्व, सुभाष सिसोदिया अतुल पाटीदार, अनुराग असाटी और पद्म पुरस्कार विजेता डॉक्टर जनक पलटा, शांति परमार और भूरी बाई विशेष रूप से शामिल हैं। इनके अलावा भी जिन लोगों का जिक्र मन की बात में मध्यप्रदेश के संदर्भ में हुआ है, उन्हें भी राजभवन में आमंत्रित किया गया था। इनमें कमलेश और कविता चंदवानी, मोचा ग्राम पंचायत, भावना, राम लोटन कुशवाह, किशोरी लाल धुर्वे, मीना राहंगडाले, भज्जू श्याम, शिवा चौबे, आशीष पारे, स्वाति श्रीवास्तव, अवनि चतुर्वेदी हैं।