खंडवा (ईन्यूज एमपी)-खंडवा में वन मंत्री विजय शाह के बेटे व जिला पंचायत उपाध्यक्ष दिव्यादित्य शाह ने एवं पंधाना जनपद अध्यक्ष सुमित्रा काले ने नवागत एसपी सत्येंद्र शुक्ला पर अभद्रता का आरोप लगाया है। उन्होंने बताया कि मंगलवार को लाडली बहना योजना सम्मेलन में मुख्यमंत्री के पहुंचने से 15 मिनट पहले जब मैं मंच पर चढ़ रहा था, तभी SP ने मेरी कॉलर पकड़ी और मंच से धक्का देकर उतार दिया। मुख्यमंत्री के खंडवा से रवाना होने के घंटे भर बाद ही वन मंत्री विजय शाह भाजपा कार्यालय पहुंचे। उन्होंने बेटे के साथ हुई इस घटना की निंदा की। इस दौरान भाजयुमो के जिलाध्यक्ष अनूप पटेल ने SP ऑफिस का घेराव करने की चेतावनी देते हुए SP को तत्काल सस्पेंड करने की मांग की। पूरे घटनाक्रम पर SP का कहना है कि उन्होंने किसी से अभद्रता नहीं की है। मैंने दो दिन पहले ही जॉइन किया है, इसलिए मंत्री के बेटे को पहचानता नहीं था। उधर, मंत्री ने SP के लिए कहा कि वे खंडवा में रह नहीं पाएंगे। घटना मुख्यमंत्री के आने से 15 मिनट पहले की है। मंत्री विजय शाह के बेटे दिव्यादित्य शाह को पुलिस ने मंच पर जाने से रोक दिया। बाद में भाजपा नेता सुधांशु जैन ने आकर SP सत्येंद्र शुक्ल से कहा कि वे मंत्री के बेटे हैं। इसके बाद दिव्यादित्य को मंच पर जाने दिया गया। पंधाना विधायक राम दांगोरे ने भी SP पर आरोप लगाए। पंधाना से भाजपा विधायक दांगोरे ने कहा कि जब SP ने पंधाना जनपद अध्यक्ष को गेट पर धक्का दिया तो मैं उन्हें लाने के लिए वहां पहुंचा तो SP ने मुझे भी मंच से नीचे नहीं उतरने दिया। इस दौरान मुझे कलेक्टर अनूप कुमार सिंह को बुलाना पड़ा। भाजयुमो जिलाध्यक्ष ने कहा कि दिव्यादित्य जिला पंचायत के उपाध्यक्ष हैं। सम्मानित सदस्य हैं, उनके साथ इस तरह की हरकत बर्दाश्त नहीं की जाएगी। ऐसे SP को खंडवा में नहीं रुकने देंगे। सरकार से हमारी मांग है कि इन्हें यहां से सिर्फ हटाया न जाए, इनका निलंबन होना चाहिए। वन मंत्री विजय शाह ने इस घटना को लेकर कहा कि हमारी आदिवासी बहन जनपद पंचायत पंधाना अध्यक्ष सुमित्रा काले, जिला पंचायत उपाध्यक्ष दिव्यादित्य शाह से एसपी ने अभद्रता ही नहीं की, बल्कि जो वीडियो सामने आ रहे हैं, उसमें वे उन्हें कॉलर पकड़कर नीचे उतारते दिख रहे हैं। उन्हें पीटने की कोशिश की। इस मामले को मुख्यमंत्री को बताने का प्रयास करूंगा। हमारे युवा नेताओं के साथ ऐसा व्यवहार करेंगे तो मुझे नहीं लगता वे खंडवा में रह पाएंगे। मंत्री ने कहा- दिव्यादित्य ने पूरे प्रदेश में रिकॉर्ड वोट लेकर ऐतिहासिक जीत दर्ज की थी। वो मेरा बेटा ही नहीं, युवा नेता और जिला पंचायत का उपाध्यक्ष है। वैसे मंत्री भले ही बेटे की तारीफ कर रहे हों, लेकिन बता दें कि मंत्री पुत्र अपने क्षेत्र में जिला पंचायत का चुनाव तो रिकॉर्ड वोट से जीते थे, लेकिन उपाध्यक्ष चुनाव में उनके पसीने छूट गए थे। भाजपा के पास स्पष्ट बहुमत होने के बाद भी दिव्यादित्य और कांग्रेस प्रत्याशी जितेंद्र सिंह धारकवाड़ी को बराबर वोट मिले थे। इसके बाद चिट्ठी (टॉस) से फैसला हुआ, तो मंत्री पुत्र दिव्यादित्य की जीत हुई थी। SP सत्येंद्र शुक्ला का कहना है, मैंने दो दिन पहले ही खंडवा एसपी का पदभार ग्रहण किया है। मंच पर चढ़ने के दौरान मैंने दिव्यादित्य शाह से आई कार्ड पूछा था क्योंकि मैं उन्हें पहचानता नहीं था। फोर्स ने उन्हें नीचे उतारा था। उनके पीएसओ द्वारा बताए जाने पर मैं खुद उन्हें मंच पर लाने के लिए गया। पंधाना जपं अध्यक्ष को भी मैं नहीं पहचानता। पंधाना विधायक द्वारा बताए गए व्यक्ति को कलेक्टर के कहने पर मंच पर आने दिया।