इंदौर (ईन्यूज एमपी)- इंदौर में गुरूवार को हुए हादसे के बाद नगर निगम की टीम ने बेलेश्वर मंदिर का अवैध निर्माण तोड़ने का काम शुरू कर दिया। यहां सोमवार सुबह करीब छह बजे नगर निगम ओर पुलिस विभाग के अफसर माैके पर पहुंचे थे। जहां कारवाई शुरू की गई। बेलेश्वर मंदिर में गुरूवार को बावड़ी में धंसने से करीब 36 लोगो की मौत हो गई थी। जबकि 19 लोग घायल हो गए थे। जहां प्रशासन की टीम ने कारवाई कर दी। बताया जाता है कि यहां एक स्थानीय रहवासी ने मंदिर का नव निर्माण तोड़ने का विरोध किया। जिसे पुलिस ने मौके पर लट्ठ मारकर भगा दिया। मध्य प्रदेश के इंदौर में रामनवमी के दिन बावड़ी धंसने की घटना के बाद बड़ा एक्शन हो रहा है। हादसे से सबक लेते हुए इंदौर नगर निगम और पुलिस ने सोमवार सुबह बड़ी कार्यवाही शुरू की। बवाड़ी पर बने मंदिर पर भी बुलडोजर चला दिया गया। इससे रहवासी दुखी नजर आए। कुछ महिलाओं ने रोते हुए अपना दर्द बयां किया। जानकारी के मुताबिक, रविवार रात 12 बजे नोटिस चिपकाया गया था। जेसीबी डंपर रात को ही आ गए थे और सुबह 6 बजे कारवाई शुरू हुई। हर घर के आगे पुलिस मौजूद रही। पहले निर्माणाधीन मंदिर की दीवारें तोड़ी गई और फिर आम बावडी वाले मंदिर से मूर्तियों को हटाया गया। प्रशासन ने ऐसे स्थानों को चिन्हित किया है जहां बावड़ी या कुएं हैं और जहां लोगों ने अतिक्रमण कर लिया। सुबह जब लोग रामनवमी हादसे वाले स्थान पर मंदिर पहुंचे, तो उन्हें बाहर ही रोक दिया गया। बहस करने वालों पर लट्ठ भी चलाए। मीडिया को भी बाहर रखा गया है। इसी तरह ढक्कन वाला कुआं क्षेत्र में रजिस्ट्रार कार्यालय के पास भी कुएं को अतिक्रमण मुक्त करने की काम नगर निगम द्वारा किया जा गया है। यहां जेसीबी से खुदाई की जा रही है। यह कुआं रोड किनारे फुटपाथ पर बना हुआ है। इसके ऊपर पेवर ब्लॉक लगा दिए गए हैं।