सीधी (ईन्यूज एमपी)- जिले में कानून व्यवस्था और पुलिस का डर महज दिखावा बनकर रह गया है लोग मनमानी करते हुए नियम कायदों की धज्जियां उड़ा रहे हैं रास्ते पर लोगों से मारपीट होने के बाद भी आरोपियों की गिरफ्तारी लंबे समय तक नहीं हो पाती है जबकि जिम्मेदार नियमों की दुहाई जगह जगह देते रहते हैं और अधिकारी भी अपनी पीठ खुद ही थपथपाते रहते हैं लेकिन वास्तविकता कुछ और ही है जो यदा-कदा होने वाली घटनाओं से साबित हो जाती है ऐसा ही एक मामला सीधी शहर में घटित हुआ जहां पर एक व्यक्ति से मारपीट करते हुए उसे मरणासन्न में छोड़ दिया गया लेकिन आज तक आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है। प्राप्त जानकारी के अनुसार विगत दिनों शहर में अमर प्रेम पैलेस पडैनिया के समीप स्कूटी में सवार युवक का रास्ता स्कार्पियों से रोककर दर्जन भर लोगों ने तलवार, राड, हाकी से हमला बोल दिया। आरोपियों द्वारा स्कूटी सवार युवक पर जानलेवा हमला करते हुए गंभीर रूप से घायल कर दिए। युवक के सड़क में गिर जाने पर आरोपियों ने स्कूटी में मौजूद 11 वर्षीय बच्ची का अपहरण करने का प्रयास भी किया गया लेकिन राहगीरों के विरोध के बाद यह सफल नहीं हो सका। आरोपियों के जाने के बाद 11 वर्षीय बच्ची भागकर करीब डेढ़ किमी दूर पड़ैनिया स्थित अपने घर में परिजनों को घटना की सूचना दी गई। मिली जानकारी के अनुसार सिटी कोतवाली थानांतर्गत पड़ैनिया निवासी अजय मिश्रा पिता विश्राम प्रसाद मिश्रा 38 वर्ष विगत 27 अगस्त 2022 को दोपहर करीब 2.45 बजे ज्योत्सना स्कूल से 11 वर्षीय बच्ची को स्कूटी में लेकर अपने घर पडैनिया जा रहे थे। प्रेम पैलेस पड़ैनिया के आगे पहुंचने पर दो लोग बाइक से पीछा करने वाले आगे आ गए साथ ही दो स्कार्पियों में करीब दर्जन भर लोग वहां पहुंचे और अजय मिश्रा से गाली गलौज करते हुए लाठी डंडे और तलवार से मारपीट करने लगे उन्हें इस हमले में गंभीर चोटें आई और उनका इलाज यहां से लेकर जबलपुर तक में कराया गया महीने भर के बाद उनके स्वास्थ्य में कुछ सुधार आ पाया है लेकिन अभी तक आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है आरोपियों की गिरफ्तारी न होने की वजह क्या है पूरे मामले की सच्चाई क्या है यह तो ज्ञात नहीं लेकिन बीच सड़क पर गंभीर रूप से मारपीट करने के बाद भी आरोपियों का यू खुला घूमना बेहद निंदनीय है ।