सीधी (ईन्यूज एमपी)- एक ओर जहां देश के प्रधानमंत्री स्ट्रीट वेंडरों के हितों को ध्यान में रखते हुए उन्हें रोजगार के अवसर दे रहे हैं उनके लिए ऋण की व्यवस्था कर रहे हैं प्रदेश के मुखिया स्ट्रीट बेडर हाथ ठेला और फुटपाथ पर व्यापार करने वालों के स्वास्थ्य परीक्षण की बात कर रहे हैं तो वहीं दूसरी ओर खाकी के भेष में नशेबाज पुलिस वाले इन्हीं हथठेला एवं फुटपाथ व्यापारियों पर अपना जोर आजमा रहे हैं जिसकी एक झलक मझौली में देखने को मिली है। जी हां प्रदेश के मुखिया स्वरोजगार करने वाले हाथ ठेला व्यापारी एवं फुटपाथ विक्रेताओं के उत्थान की बात करते हैं उनके स्वास्थ्य परीक्षण की बात करते हैं तो वही पुलिस के गैर जिम्मेदार अधिकारी और कर्मचारी इन पर जुल्म ढाते देखे जाते हैं 30 अगस्त शाम करीब 4:30 बजे जिले के मझौली थाने अंतर्गत पदस्थ एक पुलिस कर्मी द्वारा नशे की हालत में एक ठेले में अंडा बेचने वाले व्यापारी के साथ मारपीट गाली-गलौज की जाती है और उसके ठेले पर रखे हुए अंडों को तोड़ फोड़ दिया जाता है हालांकि पीड़ित की शिकायत पर पुलिस ने एफ आई आर दर्ज कर ली है लेकिन कार्यवाही क्या होती है यह तो भगवान ही जाने। जी हां मझौली थाना अंतर्गत भैसवाही मे ठेले पर अंडे का व्यापार करने वाले राजकुमार गुप्ता से मझौली थाने में पदस्थ दरोगा राजू प्रजापति द्वारा नशे की हालत में गाली गलौज करते हुए झगड़ा किया गया साथ ही उसके ठेले पर रखे सभी अंडों को हाथ में लिए गए प्लास्टिक के डंडे से तोड़कर नीचे गिरा दिया गया पीड़ित द्वारा हाथ जोड़कर मिन्नत की जाती रही लेकिन नशे में धुत पुलिसकर्मी ने ना सिर्फ उसके अंडों को तोड़ दिया बल्कि उसके और उसकी पत्नी के साथ अभद्र भाषा में गाली गलौज भी की गई इस घटना के बाद महज f.i.r. इसका समाधान नहीं है ऐसे नशा खोर और भ्रष्ट पुलिसकर्मियों पर सख्त से सख्त कार्यवाही होनी चाहिए ताकि खाकी धारण करने वाली कौम को बदनामी के दाग से बचाया जा सके इन जैसे चंद पुलिसकर्मियों के कारण पूरी पुलिस बिरादरी बदनाम होती है