सीधी (ईन्यूज एमपी)- वर्तमान शासन सत्ता इतनी सुस्त है और उसके अधिकारी कितने घटिया इस बात का अंदाजा महज इसी से लगाया जा सकता है कि दोपहर 12:00 बजे से बंद हुई बिजली की सप्लाई दूसरे दिन सुबह 8 बजे तक मे बहाल हो सकी है, जबकि ना तो बिजली चमकी ना आंधी चली और ना ही पानी गिरा फिर भी ना जाने क्यों करीब 20घंटे बिजली के दर्शन नहीं हुए, अघोषित ब्लैकआउट की स्थिति बनी रही है। जी हां जिला मुख्यालय के वार्ड क्रमांक 1 इंद्रप्रस्थ नगर के करीब 200 घर कल दोपहर से बिजली की राह में टकटकी लगाए हुए थे जिन्हें आज सुबह करीब 20घंटे बाद बिजली नसीब हुई है। किसी के घर पानी नहीं, तो कोई गर्मी से बेहाल। भीषण गर्मी के इस मौसम में बिजली विभाग की मेहरबानी ही कहे की शहर कि बिजली बीस घंटों तक बाधित रही जबकि ना तो कोई प्राकृतिक आपदा आई थी ना कहीं पेड़ गिरा था और ना ही कोई अन्य बात हुई थी हां विभागीय सूत्रों की माने तो सरकारी केबल और ठेकेदारों का सारा खेल है। कमीशन खोरी के बाद आई इस घटिया केबल के कारण ही बिजली आपूर्ति बाधित हो रही है वरिष्ठ अधिकारी इन तमाम बातों से मौन बने हुए हैं जबकि जनता इसका परिणाम भुगत रही है बुजुर्ग और बच्चे भीषण गर्मी से परेशान हैं कहीं पानी नहीं है तो कहीं खाना नहीं बन सका है बावजूद इसके ना तो बिजली विभाग के अधिकारियों के फोन लग रहे थे और ना ही कोई कारण बताया जा रहा था। गुपचुप तरीके से यही जानकारी हासिल हो रही है की केबल में फाल्ट है और उसका सुधार कार्य किया जा रहा है। भीषण गर्मी में 20 घंटे जिसमें एक पूरी रात भी शामिल है शहर के करीब 200 घर घुप अंधेरे मैं घूम रहे गर्मी से बेहाल रहे लेकिन लाइट में सुधार नहीं हो सका शहरी बिजली का जब यह हाल है तो ना जाने ग्रामीण क्षेत्रों में क्या दशहर रहती होगी। शहर का तो यह आलम है कि बिजली के बिल के भुगतान में थोड़ा सा भी विलंब होने पर लाइनमैन बिजली काटने घर तक आ जाते हैं लेकिन आज ना जाने वह भी कहां नदारद है खैर यह व्यवस्था ठीक नहीं है बिजली विभाग के जिम्मेदारों को दोषियों पर इस बात के लिए कार्यवाही करनी चाहिए किस शहर का एक हिस्सा 20 घंटे तक बिजली विहीन रहा।