सीधी (ईन्यूज एमपी)- सोशल मीडिया और फर्जी अकाउंट यह बातें सुनने में आती रही हैं कभी किसी आम आदमी का सोशल मीडिया अकाउंट हैक होता है कभी कोई फर्जी आईडी बनाकर किसी से पैसे की डिमांड करता है या कि फिर फर्जी आईडी से किसी को बदनाम करने की कोशिश करता है इन तमाम तरह के मामले अक्सर सुनने में मिलते ही रहे हैं लेकिन आज इसी तारतम्य में एक अजीबोगरीब सुनने को आया है जिसमें कि जिले के मुखिया के नाम से ही किसी ने फर्जी आईडी बनाकर अधिकारियों को आदेश निर्देश देने शुरू कर दिए। जी हां बता दें कि जिले के मुखिया जिला कलेक्टर मुजीबुर्रहमान खान के नाम से किसी अज्ञात व्यक्ति द्वारा फर्जी व्हाट्सएप आईडी बनाकर अधिकारियों को मैसेज करने का मामला प्रकाश में आया है पूरे मामले में कलेक्टर द्वारा जानकारी देकर बताया गया है कि किसी अज्ञात व्यक्ति द्वारा उनके नाम से फर्जी व्हाट्सएप आईडी बना ली गई है और उसमें उनके नाम के साथ साथ उनका फोटो भी उपयोग किया जा रहा है और उसी आईडी के माध्यम से अधिकारियों को मैसेज भी किए जा रहे हैं। कलेक्टर एमआर खान द्वारा पूरे मामले को देखते हुए पुलिस अधीक्षक मुकेश कुमार श्रीवास्तव को जांच के कहां गया देखने वाली बात यह होगी कि जब जिले के मुखिया ही धोखाधड़ी से अछूत नहीं है तो आमजन का क्या होगा बरह हाल होना तो यह चाहिए कि फर्जी आईडी बनाकर लोगों के साथ धोखाधड़ी या उन्हें परेशान करने वालों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई होनी चाहिए जिससे कि समाज में एक संदेश जाए की धोखाधड़ी किसी भी स्तर की हो वह अपराध की श्रेणी में आती है हाल फिलहाल के कुछ दिनों पहले भी सीधी जिला फर्जी आईडी और फर्जी पोस्टों के कारण बदनाम हुआ था और यदि गौर करें तो आए दिन ऐसे मामले आते रहते हैं जब किसी न किसी कि फर्जी आईडी बनाकर लोगों को गलत मैसेज किए जाते हैं या कुछ मांग की जाती है जिसे सामान्यतः नजरअंदाज कर दिया जाता है लेकिन अब जरूरत है कि ऐसे लोगों को चिन्हित कर उनके खिलाफ सख्त से सख्त कार्यवाही हो ताकि फर्जी आईडी और सोशल मीडिया के दुरुपयोग से जुड़ी घटनाओं पर रोक लगे