रीवा(ईन्यूज एमपी)- जिले की मऊगंज पुलिस को ATM बदलकर धोखाधड़ी करने वाली एक गैंग के तीन सदस्यों को पकड़ने में सफलता मिली है। सूत्रों मानें तो गिरफ्तार तीनों बदमाश UP प्रयागराज के रहने वाले है। जो बड़े व बुजुर्गों को मदद के बहाने पिन नंबर देखकर असली एटीएम लेकर नकली एटीएम कार्ड थमा देते थे। फिर दूसरी जगह पर जाकर पैसे निकाल लेते थे। बीते दिन एक युवक कुछ इसी तरह धोखाधड़ी का शिकार हुआ। ऐसे में तुरंत मऊगंज थाने पहुंचकर शिकायत दर्ज कराई। जहां मऊगंज पुलिस ने अपराध क्रमाक 98/22 आईपीसी की धारा 420 का प्रकरण पंजीबद्ध कर गंभीरता से लिया। जिसके बाद संबंधित एटीएम बूथ में जाकर सीसीटीवी फुटेज देखे। फिर साइबर सेल की मदद से तीनों बदमाशों को प्रयागराज से गिरफ्तार कर थाने लाया गया। जहां पूछताछ में शातिर आरोपियों ने वारदात को स्वीकार किया है। मऊगंज थाना प्रभारी श्वेता मौर्या ने बताया कि 19 फरवरी को फरियादी धनजंय पाण्डेय पुत्र नंद लाल पाण्डेय (45) निवासी ग्राम उधुपुर्वा ने एटीएम कार्ड बदलकर धोखाधड़ी की शिकायत दर्ज कराई। पीड़ित ने दावा किया, अलग-अलग जगहों से 10-10 हजार रुपए करके कुल 40 हजार रुपए खाते से निकल चुके है। जिसके बाद तुरंत शिकायत दर्ज कर संदेहियों से पूछताछ शुरू की। जहां धोखाधड़ी में तीन आरोपियों की भूमिका सामने आई। ऐसे करते थे धोखाधड़ी आरोपियों ने धोखाधड़ी का तरीका बताया तो पुलिस के होश उड़ गए। बोले कि हमारी टीम में दो से तीन व्यक्ति शामिल होते है। टीम का एक व्यक्ति एटीएम बूथ के अन्दर खड़ा रहता है। जबकि दूसरा व्यक्ति एटीएम के बाहर बाइक पर रहता है। वह अंदर वाले व्यक्ति के निकलने का इंतजार करता है। इसी तरह तीसरा बदमाश मोड़ या फिर तिराहे पर खड़ा होकर पुलिस की गतिविधियों पर नजर रखता है। पहले से तय कर लेते है एटीएम बूथ बदमाशों ने दावा किया कि पहले एटीएम बूथ को चिन्हित करते है। खासकर उस एटीएम बूथ में खड़े होते है। जिस एटीएम मशीन की साइड में या सामने की ओर बटन रहती है। सबसे पहले एटीएम बूथ में आने वाले विभिन्न व्यक्तियो में एक व्यक्ति को टारगेट करते है। जो बुजुर्ग हो या कम पढ़ा लिखा ग्रामीण व्यक्ति दिखता हो। जैसे ही चिन्हित व्यक्ति एटीएम बूथ में आता है। साधारण व्यक्ति को आता देख एटीएम मशीन में साइट वाले बटन को दो तीन बार प्रेस कर दिया जाता है। जब चिन्हित व्यक्ति एटीएम कार्ड मशीन में डालता है। तब एटीएम मशीन काम नहीं करती है। पीछे से देख लेते थे पासवर्ड इसी बीच एटीएम बूथ के अंदर पैसे निकालने वाले व्यक्ति के पीछे खड़े होकर आरोपी पासवर्ड देख लेते थे। जब पीड़ित व्यक्ति का एटीएम कार्ड काम नहीं करता। ऐसे में शातिर आरोपी मदद के बहाने एटीएम कार्ड को साफ करने लगते थे। कई व्यक्ति बोल भी देते थे कि आप ही निकाल दो। तभी एटीएम मशीन में डालने के बहाने उसी बैंक जैसा दिखने वाला एटीएम कार्ड से बदला कर देते। फिर फरियादियों के खाते से अलग-अलग जगहों से पैसे निकाल लेते थे। ये आरोपी गिरफ्तार पुलिस ने तालिब इदरीशी पुत्र मो. मुख्तार (25) निवासी रझिहात थाना मऊआइमा जिला प्रयागराज उप्र, रणविजय सिंह पुत्र राजनाथ सिंह (26) निवासी चौहन का पूरा थाना मऊआइमा जिला प्रयागराज उप्र, जय प्रकाश सिंह पुत्र रणजीत सिंह (27) रझिहात थाना मऊआइमा जिला प्रयागराज उप्र को गिरफ्तार किया है। आरोपियों के कब्जे से 28 नकली बंद एटीएम कार्ड, 3600 रुपए नकदी, विड्रोवल की रसीद, एक बिना नम्बर की बाइक जब्त हुई है। अब रीवा पुलिस जिले के अतिरिक्त अन्य इलाकों में की कई एटीएम धोखाधड़ी की घटनाओं के बारे में पूछताछ कर रही हैं।