सतना (ईन्यूज एमपी)-रिश्वत के आरोपों से अक्सर घिरी रहने वाली खाकी सतना में एक बार फिर शर्मसार हुई है। सतना पुलिस का एक प्रधान आरक्षक रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा गया है। लोकायुक्त रीवा की टीम ने देर रात छापा मार कर प्रधान आरक्षक को गिरफ्तार किया। उसके खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धाराओं के तहत प्रकरण दर्ज किया गया है। जानकारी के मुताबिक रामनगर थाना की हिनौती चौकी में पदस्थ प्रधान आरक्षक राम सुरेश यादव को रविवार की रात लोकायुक्त रीवा की टीम ने 3 हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। रिश्वत की रकम उसने हिनौती निवासी पुष्पेन्द्र सिंह से एफआईआर न करने की एवज में ली थी। पुष्पेंद्र से दस हजार रुपए प्रधान आरक्षक ने घूस के तौर पर मांगे थे। लेकिन सौदा आठ हजार रुपए में तय हुआ। सौदेबाजी तय होते ही प्रधान आरक्षक ने पांच हजार रुपए ले लिए। शेष रकम के लिए प्रधान आरक्षक पुष्पेन्द्र को आए दिन धमकी देने लगा। रुपए न देने पर एफआईआर दर्ज कर जेल भेजने की धमकी भी दी गई तब पुष्पेन्द्र ने लोकायुक्त संगठन रीवा के एसपी से शिकायत कर दी। मामला सामने आने के बाद टीम भेजी गई। रविवार को जैसे ही प्रधान आरक्षक ने रिश्वत की रकम ली लोकायुक्त टीम ने उसे दबोच लिया। ट्रैप कार्रवाई देर रात तक चलती रही। टीआई के नाम पर मांगी घूस लोकायुक्त टीम के अधिकारियों ने बताया कि प्रधान आरक्षक से रुपए लेने के लिए टीआई का भी नाम लिया। उसने कहा टीआई ने एफआईआर करने को कहा है,अगर बचना है तो 10 हजार देने पड़ेंगे। दरअसल, 9 जनवरी को बस की टक्कर से शिकायतकर्ता पुष्पेन्द्र की बिजली की तार टूट गई थी जिस पर उसकी बस चालक से बहसबाजी हुई थी। इस मामले में प्रधान आरक्षक ने पुष्पेंद्र को ही फंसाने की धमकी देना शुरू कर दिया था।