रीवा (ईन्यूज एमपी) छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा में रीवा के जवान लक्ष्मीकांत द्विवेदी अंबार्ड फोर्स 22 वी बटालियन में हेड कांस्टेबल पद पर कार्यरत थे ड्यूटी के लिए रूम से निकलते वक्त अचानक नक्सलियों की मुठभेड़ में आने से शहीद हुए उनके शहादत की खबर पहुंचते ही पूरे गांव में मातम छा गया। लोग नम आंखों से अपने लाल शहीद के पार्थिव शरीर का इंतजार कर रहे हैं।त्योंथर तहसील बरछा गांव निवासी लक्ष्मीकांत द्विवेदी छत्तीसगढ़ में उनकी ड्यूटी ई-कंपनी कैम्प छिंदनगर दंतेवाड़ा में थी। सुबह 9:30 बजे उन्होंने अपने घर वालों से आखिरी बार फोन पर बात की थी और अपने पिता को यह भरोसा दिलाया था कि छुट्टी में आकर वे उनका इलाज करवाएंगे, लेकिन चंद घंटों बाद ही सब कुछ बदल गया। बता दे की नक्सली हमले में शहीद हुए जवान लक्ष्मीकांत द्विवेदी का पार्थिव शरीर आज उनके गृह ग्राम बरछा पहुंचने की उम्मीद है हेलीकॉप्टर से पार्थिव शरीर रायपुर लाया गया और वहां से विशेष वाहन द्वारा पार्थिव शरीर उनके गृह ग्राम बरछा पूरे राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा। शहीद के अंतिम संस्कार को लेकर प्रशासन ने सम्पूर्ण तैयारियां पूरी कर ली गईं है।