भोपाल (ईन्यूज एमपी)मध्य प्रदेश विधानसभा का शीतकालीन सत्र 28 से 30 दिसंबर के बीच होने जा रहा है। इस दौरान किसान आंदोलन के समर्थन में कांग्रेस के 90 से ज्यादा विधायक ट्रैक्टर से विधानसभा आने वाले हैं। ऐसे में कलेक्टर भोपाल ने विधानसभा परिसर से 5 किमी क्षेत्र तक ट्रैक्टर-ट्राॅली, डंपर, तांगा, इक्का, बैलगाड़ी और भारी वाहनों के आवागमन पर तीन दिन के लिए प्रतिबंध लगा दिया है।कृषि कानूनों का विरोध करने की कांग्रेस ने नई रणनीति बना ली है। 28 दिसंबर को शुरू होने वाले शीतकालीन सत्र के पहले दिन कांग्रेस विधायक ट्रैक्टर पर सवार होकर विधानसभा जाएंगे। सदन के अंदर भी इन कानूनों को लेकर हंगामा होने के आसार हैं। इस पूरे आंदोलन की कमान पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अरुण यादव को सौंपी गई है। कृषि कानूनों के विरोध में कांग्रेस करेगी प्रदर्शन 28 दिसंबर को कांग्रेस का स्थापना दिवस है और यह दिन किसानों को समर्पित करने का निर्णय लिया गया है। इसके लिए प्रदेश भर से किसानों को भोपाल बुलाने की तैयारी है। रणनीति के मुताबिक कृषि कानूनों का विरोध करने के लिए किसानों को राजधानी की सड़कों पर उतारकर कांग्रेस, सरकार को अपनी ताकत दिखाना चाहती है।इस आंदोलन की आहट के बाद ही सरकार और प्रशासन ने भी तैयारी कर ली है। भोपाल कलेक्टर ने धारा 144 लागू करने के बाद अब ट्रैक्टर और बैलगाड़ी समेत सभी तरह के वाहनों पर प्रतिबंध लगा दिया है। संदेश साफ है कि विधानसभा का घेराव होने की स्थिति बनती है तो कांग्रेस नेताओं की गिरफ्तारी होगी। क्योंकि विधायकों के साथ किसान व कांग्रेस के नेता-कार्यकर्ता भी विधानसभा तक रैली के रूप् में जाएंगे। सर्वदलीय बैठक कल, सत्र का स्वरूप तय होगाविधानसभा ने शीतकालीन सत्र का स्वरूप कैसा होगा। इसे लेकर प्रोटेम स्पीकर ने शनिवार को सर्वदलीय बैठक बुलाई है। इसमें विधायकों को कार्यवाही में शामिल होने के लिए मोबाइल के जरिए घर से शामिल होने की सुविधा दी जा सकती है। विधायकों को सत्र के दौरान कोविड की गाइड लाइन का पालन कराने की तैयारियां पूरी कर ली गई है