मुरैना (ई न्यूज़ एमपी ) अंबाह कस्बे के वार्ड 18 में रहने वाले एक युवक को कस्बे का ही एक युवक मुंबई नौकरी दिलाने के नाम पर ले गया। जहां युवक को एक फैक्ट्री में बंधक बनाकर रखा गया। उसके साथ मारपीट की गई। तीन महीने तक उसे फैक्ट्री में रखा गया। गुरुवार की दोपहर वह जैसे तैसे अंबाह पहुंचा। जहां उसने अंबाह थाने जाकर पूरी कहानी सुनाई और आरोपितों पर मामला दर्ज करने आवेदन दिया है। युवक ने बताया कि उसे पता चला कि उक्त युवक ने उसे ढाई लाख रुपये में फैक्ट्री के मालिक को बेचा था। जानकारी के मुताबिक वार्ड 18 निवासी सुदामा कुशवाह को गत 7 सितंबर को कस्बे के चंबल कालोनी निवासी सोनू नट अपने साथ मुम्बई नौकरी दिलाने के लिए ले गया। जहां उसे कलना गांव में मौजूद एक फैक्ट्री में पहुंचा दिया। फैक्ट्री में टाइल्स बनाने काम किया जाता था। सुदामा के मुताबिक फैक्ट्री के सेठ भगवान ने उसे फैक्ट्री में ही बंधक बना लिया। उसे खाना तक नहीं दिया जाता और उसकी मारपीट की जाती। जब सेठ से उसने पकड़ने के बारे में पूछा तो बताया कि सोनू उसे 2 लाख 50 हजार रुपये में बेच गया है। इसलिए काम के एवज में उसे कोई मजदूरी नहीं दी जाएगी। फैक्ट्री के अंदर ही सोनू का भाई छोटू व चाचा राजवीर कट्टा लेकर निगरानी करते थे, जिससे मै भग न जाऊं। जिस पर इसी बीच निगाह बचाकर चंगुल से बचकर निकल आया। अंबाह थाने पहुंचकर पुलिस को आवेदन देकर उक्त आरोपितों पर मामला दर्ज करने की मांग सुदामा ने की है।