सीधी ( ईन्यूज एमपी ) किसान विरोधी काले कानून को वापस लिए जाने हेतु देश के लाखों किसान दिल्ली के चौतरफा सीमाओं पर सड़कों पर डेरा जमा कर आंदोलन कर रहे हैं। पूंजीपति परास्त केंद्र की सरकार किसानों की मांगों पर विचार न करके किसानों को झांसा देने कि नियत से काम करते हुए अनावश्यक प्रस्ताव देकर आंदोलन को तोड़ने की जुगत में है। सरकार के अनर्गल प्रस्ताव को किसान यूनियनों ने सर्वसम्मति से अस्वीकार कर दिया है और आंदोलन पर डटे रहने का फैसला किया है। किसान यूनियनों ने 14 दिसंबर को जिला मुख्यालयों पर धरने व विरोध प्रदर्शन का आह्वान किया है इसी आह्वान के समर्थन में 14 दिसंबर को कलेक्ट्रेट सीधी में धरना दिया जाएगा। इस धरने में टोंको-रोंको-ठोंको क्रांतिकारी मोर्चा, किसान मजदूर महासंघ, भारतीय किसान यूनियन, एकता परिषद, किसान सभा सहित कई जन संगठन भागीदारी करेंगे। धरने में शामिल होने वाले सभी साथी दिन के 11:00 बजे नई गल्ला मंडी में इकट्ठा होकर रैली के साथ कलेक्ट्रेट पहुंचकर धरना देंगे। क्रांतिकारी मोर्चा के संयोजक उमेश तिवारी ने किसानों, मजदूरों, युबाओं से धरना आंदोलन में अधिक से अधिक संख्या में शामिल होने की अपील की है।