enewsmp.com
Home मध्य प्रदेश कमल नाथ असमंजस में, अभी कार्यकारिणी भंग करें या नहीं

कमल नाथ असमंजस में, अभी कार्यकारिणी भंग करें या नहीं

भोपाल (ईन्यूज एमपी)- मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष कमल नाथ इन दिनों असमंजस में हैं। 28 विधानसभा क्षेत्रों के उपचुनाव में मिली हार के बाद वे प्रदेश कार्यकारिणी भंग करना चाहते हैं, लेकिन असमंजस यह है कि इसे नगरीय निकाय चुनाव से पहले भंग करें या बाद में। नाथ पर दबाव यह है कि कार्यकारिणी को निकाय चुनाव तक बने रहने दिया जाए। वहीं, नई पीढ़ी चाहती है कि निकाय चुनाव से पहले कार्यकारिणी भंग कर नए और युवा चेहरों को स्थान दें, ताकि कांग्रेस चुनाव में भाजपा का डटकर मुकाबला कर सके। पार्टी नेताओं की सोच है कि फिलहाल विधानसभा चुनाव (2023) में लगभग पौने तीन साल बाकी है। पार्टी को इसके लिए खुद को तैयार करना चाहिए। एक बेहतर विपक्ष का रोल अदा करने के साथ रणनीति यह होनी चाहिए कि अगले विधानसभा चुनाव में वह प्रदेश में सरकार बना सके।

15 साल सरकार से बाहर रहकर जब 2018 में कांग्रेस सत्ता में लौटी तो उम्मीद जागी थी कि अगले पांच साल प्रदेश में कांग्रेस का ही राज रहेगा, लेकिन 15 महीने में ही ऐसा सत्ता संघर्ष चला कि सरकार अल्पमत में आ गई। कमल नाथ को मुख्यमंत्री पद से हाथ धोना पड़ा। राज्यसभा चुनाव में कांग्रेस दोनों सीट जीत रही थी, लेकिन एक सीट गंवानी पड़ी। इसके बाद से ही कांग्रेस कार्यकर्ताओं में निराशा भाव बढ़ गया। उपचुनाव में कांग्रेस कार्यकर्ता में उत्साह नहीं था। पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ ने जिस तरह सरकार में लौटने का माहौल बनाया या यूं कहें कि आत्म विश्वास दिखाया, इसी कारण पार्टी नौ सीट जीत पाई।

Share:

Leave a Comment