भोपाल(ईन्यूज एमपी)- मध्यप्रदेश विधानसभा का शीतकालीन सत्र दिसंबर में कराया जा सकता है। इसको लेकर संसदीय कार्य विभाग ने तैयारी शुरू कर दी है। हालांकि, इसका स्वरूप कोरोना संक्रमण की स्थिति को देखते हुए तय होगा। तारीख को लेकर अंतिम निर्णय मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान करेंगे। सत्र में नवनिर्वाचित 28 विधायकों की शपथ भी कराई जाएगी, साथ ही अध्यक्ष उपाध्यक्ष का चुनाव भी होगा। संसदीय कार्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि शीतकालीन सत्र को लेकर सरकार स्तर पर नीतिगत निर्णय होने के बाद प्रस्ताव भेजा जाएगा। सत्र में वित्त विभाग अनुपूरक अनुमान प्रस्तुत कर सकता है। वहीं, कुछ अन्य संशोधन विधेयक भी प्रस्तुत होने हैं, जो पिछले सत्र में प्रस्तावित थे लेकिन कोरोना संक्रमण की वजह सत्र समयपूर्व अनिश्चितकाल के लिए स्थगित हो गया था। सूत्रों का कहना है कि संसदीय कार्यमंत्री डॉ.नरोत्तम मिश्रा सत्र के स्वरूप और प्रस्तावित कार्यों को लेकर मुख्यमंत्री से चर्चा करेंगे। इसके बाद ही तारीख को लेकर कोई निर्णय होगा। विधानसभा के प्रमुख सचिव अवधेश प्रताप सिंह ने बताया कि सत्र को लेकर निर्णय सरकार को लेना है। इसमें विधि और विधायी संबंधी कार्य संपादित किए जाएंगे। नवनिर्वाचित सभी 28 विधायकों को शपथ भी दिलाई जानी है। यदि सत्र आहूत होता है तो उसमें ही यह प्रक्रिया पूरी की जाएगी। सूत्रों का कहना है कि सत्र में विधायकों की शपथ के साथ विधानसभा अध्यक्ष का भी निर्वाचन होगा। अभी विधानसभा के सामयिक अध्यक्ष रामेश्वर हैं। दलीय स्थिति के हिसाब से भाजपा का अध्यक्ष बनना तय है। उपाध्यक्ष को लेकर अभी स्थिति स्पष्ट नहीं है क्योंकि कांग्रेस के समय सहमति नहीं बनने के कारण दोनों पद के लिए चुनाव हुए थे। विधायकों की संख्या अधिक होने की वजह से दोनों पर कांग्रेस के खाते में आए थे। यदि मतदान की नौबत आती है तो इस बार दोनों पद भाजपा के हिस्से में आ सकते हैं।