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प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के नाम पर 1.49 करोड़ कि ठगी.....

ग्वालियर (ईन्यूज एमपी)- मध्य प्रदेश के ग्वालियर में सराफा के बड़े कारोबारी से उत्तर प्रदेश के जौनपुर निवासी आरोपित ने 1.49 करोड़ रुपये ठग लिए। यह ठगी उसने कारोबारी को प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना का प्रोजेक्ट दिलाने का झांसा देकर की। ठगी का यह मामला वर्ष 2018 से अभी तक की समयावधि का है। मुरार थाना पुलिस ने धोखाधड़ी का प्रकरण दर्ज कर लिया है।

पुलिस के अनुसार, निरालानगर निवासी सराफा कारोबारी विनोद कुमार सोनी के यहां थाटीपुर निवासी यतेंद्र श्रीवास्तव का आना-जाना था। वर्ष 2018 में वह अपने साथ उत्तर प्रदेश के जौनपुर स्थित बाराद्वारिया क्षेत्र निवासी मेंहदी हसन रिजवी पुत्र नाजिर हुसैन को लेकर आया। मेंहदी हसन ने खुद को एनजीओ संचालक बताते हुए जौनपुर में अमन ग्रुप ऑफ इंडिया का डायरेक्टर बताया। साथ ही नीति आयोग में अच्छी पैठ होने की बात कहकर काम और अनुदान दिलाने की बात कही। उसने कारोबारी को प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के प्रोजेक्ट आवंटित कराने का भी झांसा दिया। इससे हर महीने करीब एक करोड़ रुपये मुनाफे का लालच दिया।


इसके बाद उसने कई किस्तों में कारोबारी से 1.39 करोड़ रुपये जौनपुर स्थित विभिन्न बैंक खातों में जमा करवाए। 10 लाख रुपये यतेंद्र को भी दिलवाए। कारोबारी ने उनसे मिले प्रमाण-पत्रों के आधार पर मुरार के सिंहपुर रोड पर विनोद कुमार-सौरभ कुमार सीएसआर स्किल ट्रेनिंग सेंटर के नाम से कार्यालय भी शुरू किया और कौशल विकास का काम शुरू किया, लेकिन जब कोई भुगतान नहीं हुआ तो मामले की पड़ताल की। जौनपुर गए तो पता चला कि मेंहदी हसन के पास कुछ नहीं है।

इसके बाद कारोबारी ने फरवरी में मामले की शिकायत पुलिस से की। जांच के बाद पुलिस ने यतेंद्र श्रीवास्तव और मेंहदी हसन रिजवी के खिलाफ शुक्रवार देर रात ठगी का केस दर्ज कर लिया। नीति आयोग के ई-मेल से करता था व्यवहारकारोबारी ने पुलिस को बताया कि आरोपित ने उससे जिस ई-मेल आइडी से संवाद किया, वह नीति आयोग के नाम से जी-मेल पर बनी थी। आयोग के नाम से दस्तावेज व लाइसेंस दिया। कई प्रमाण-पत्र भी दिए, जो बाद में फर्जी निकले। कारोबारी ने ब्याज से रुपये लेकर ठग को दिए थे।

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