दिल्ली (ईन्यूज एमपी)- अनलॉक-1 के तहत सोमवार से कई राज्यों में मॉल, होटल-रेस्तरां और धर्मस्थल खुल जाएंगे। हालांकि कोरोना संक्रमण के चलते अब सब कुछ बदला हुआ नज़र आएगा। प्रदेश की सरकारों ने अपनी स्थानीय परिस्थितियों के हिसाब से स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसिजर (SOP) जारी किए हैं। कुछ शर्तें अनिवार्य की गई हैं। कुछ राज्यों में मंदिर, मस्जिद व चर्च के संचालन की जिम्मदारी संभालने वाली इकाइयों ने अभी संबंधित धर्मस्थलों के ताले नहीं खोलने का एलान किया है। इसके तहत शारीरिक दूरी और साफ-सफाई का पालन सभी के लिए अनिवार्य किया गया है। मॉल में आने-जाने के रास्तों पर थर्मल स्क्रीनिंग की व्यवस्था भी की जाएगी। जानिये किस राज्य में क्या खुलेगा - कर्नाटक में मंदिर और मस्जिद सोमवार से खुल जाएंगे, जबकि चर्च 13 तारीख से खुलेंगे। राज्य सरकार ने सभी धर्मस्थलों को शारीरिक दूरी के निर्देशों का पालन करने को कहा है। थर्मल स्क्रीनिंग और सभी के लिए मास्क भी अनिवार्य किया गया है। 10 साल से कम और 65 साल से ज्यादा उम्र के लोगों को धर्मस्थलों पर आने की अनुमति नहीं होगी। - गुजरात में अलग-अलग समय में प्रार्थना करने और भक्तों के लिए टोकन व्यवस्था की बात कही गई है। सोमनाथ मंदिर में गिर सोमनाथ जिले के लोग सोमवार से ही दर्शन के लिए आ सकेंगे। - सोमनाथ मंदिर आने के लिए अन्य जिलों के लोगों को पहले ऑनलाइन आवेदन करना होगा। आरती केवल पुजारी करेंगे। भक्त शामिल नहीं होंगे। रजिस्ट्रेशन 12 जून से शुरू होगा। - गुजरात के अंबाजी मंदिर को भक्तों के लिए 12 जून से खोला जाएगा। मस्जिद और चर्च में भी इसी तरह की तैयारी है। - अहमदाबाद की जामा मस्जिद में शुक्रवार की नमाज के लिए अलग-अलग समय में अनुमति मिलेगी। - तेलंगाना, केरल व अन्य राज्यों ने भी इसी तरह की तैयारी की है। गोवा में सोमवार से मॉल खुल जाएंगे, लेकिन अभी होटल-रेस्तरां पर फैसला नहीं हुआ है। - नगालैंड ने अभी होटल एवं धर्मस्थलों को नहीं खोलने की बात कही है। सुरक्षा के लिए ये होंगे उपाय - आने-जाने के सभी रास्तों पर थर्मल स्क्रीनिंग करनी होगी - शारीरिक दूरी के प्रावधानों का पालन सुनिश्चित करना होगा - स्टाफ और ग्राहक सबके लिए मास्क लगाना अनिवार्य रहेगा - पूरे परिसर को सैनिटाइज करने की व्यवस्था करनी होगी धर्मस्थलों में बरती जाएगी ये सावधानियां - कुछ राज्यों में अभी धर्मस्थल नहीं खोले जाएंगे - आरती में भक्तों को शामिल नहीं किया जाएगा - कुछ जगहों पर टोकन की व्यवस्था भी होगी - बच्चे और बुजुर्ग अभी धर्मस्थलों पर नहीं आएंगे