मथुरा(ईन्यूज एमपी)-रविवार सुबह मथुरा जिले में उत्तर प्रदेश व राजस्थान बॉर्डर पर श्रमिकों की आवाजाही को लेकर दोनों राज्यों की पुलिस के बीच भिड़ंत हो गई। राजस्थान के पुलिसकर्मियों ने बॉर्डर पर लगे बैरियर को तोड़ दिया। इस दौरान पुलिसकर्मी घायल हो गए। सूचना मिलने पर भरतपुर व मथुरा के आला अधिकारी मौके पर पहुंचे। सुलह समझौते के बाद मामला शांत हुआ है। भरतपुर के अधिकारी ने दोषी पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई का भरोसा दिया है। चौकी प्रभारी समेत दो पुलिसकर्मी घायल जानकारी के अनुसार, मथुरा जिले के थाना मगोर्रा क्षेत्र में जाजम पट्टी बॉर्डर स्थित है। आरोप है कि, राजस्थान पुलिस बिना किसी रिकॉर्ड के छत्तीसगढ़ व बिहार के श्रमिकों को उत्तर प्रदेश की सीमा में प्रवेश करा रही थी। ट्रैक्टर ट्रॉली में भरकर कुछ लोग हाथों में लाठी डंडे लेकर राजस्थान की तरफ से आए और बॉर्डर पर लगे बैरियर को हटाने लगे। इस पर वहां मौजूद जाजमपट्टी चौकी प्रभारी पुष्पेंद्र सिंह ने इसका विरोध किया। इसके बाद मौके पर दोनों तरफ से पुलिसकर्मियों के बीच झगड़े की स्थिति बन गई। तभी राजस्थान पुलिस के कुछ कर्मियों ने श्रमिकों के साथ मिलकर बैरियर हटा दिया। इससे चौकी प्रभारी पुष्पेंद्र सिंह सहित 2 पुलिसकर्मियों के हाथों में चोट लगी। इस बात की जानकारी मथुरा के आला अधिकारियों को दी गई। जिस पर एसएसपी गौरव ग्रोवर व डीएम सर्वज्ञ राम मिश्रा मय पुलिस बल के मौके पर पहुंच गए। वहीं भरतपुर के पुलिस अधिकारी हैदर अली भी बॉर्डर पर आ गए। ऑपरेशन बंद- बॉर्डर सील, फिर भी प्रवेश कराना चाहती थी राजस्थान पुलिस जिलाधिकारी सर्वज्ञ राम मिश्रा ने बताया कि 7 व 8 मई को राजस्थान की तरफ से आने वाले मजदूरों को स्वास्थ्य परीक्षण के बाद यूपी के रास्ते उनके गंतव्य को भेजना था। 10 हजार मजदूरों के आने की सूचना थी, लेकिन 15 हजार मजदूर आए, जिनको भेजा गया। यह ऑपरेशन शनिवार शाम को बन्द हो गया। आज फिर कुछ मजदूर आए, जिनको लेकर राजस्थान पुलिस के कुछ अधिकारियों ने हमारे पुलिस अधिकारियों से विवाद किया। जबकि बॉर्डर सील करने के आदेश हैं। अब मामला आपस में बैठकर सुलझा लिया गया है। भरतपुर के उद्योग नगर थाना प्रभारी के विरुद्ध कार्रवाई की बात भरतपुर के अधिकारियों ने कही है। उद्योगनगर थाना प्रभारी पर होगी कार्रवाई भरतपुर के पुलिस अधिकारी हैदर अली ने बताया कि यह 3 - 4 दिन से ऑपरेशन चल रहा है। इसमें मथुरा प्रशाशन पूरा सहयोग दे रहा है। बिहार व छत्तीसगढ़ के कुछ मजदूरों को लेकर विवाद हुआ है। अब उन्हें ट्रेन और बस के माध्यम से भेजा जाएग। दोनों राज्यों के बीच हुए विवाद को सुलझा लिया गया है। एरिया अफसर पर कार्रवाई की जाएगी।