बैंकाक- थाइलैंड दौरे पर गए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दौरे का आज आखिरी दिन है और आज का दिन भी उनका काफी व्यस्त रहने वाला है। प्रधानमंत्री आज बैंकॉक में ईस्ट एशिया और रिजनल कॉम्प्रहेंसिव इकनॉमिक पार्टनरशिप (RCEP) समिट में हिस्सा लेंगे। इसके अलावा आज ही ही वो जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे के अलावा ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन, वियतनाम के प्रधानमंत्री फुक से भी मुलाकात करेंगे। इससे पहले रविवार को प्रधानमंत्री मोदी ने बैंकॉक में हुई भारत-आसियान सम्मेलन में हिस्सा लिया। सम्मेलन को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि एक्ट ईस्ट पॉलिसी हिद-प्रशांत (इंडो-पैसिफिक) क्षेत्र को लेकर भारत के रुख का अहम हिस्सा है और आसियान इसके केंद्र में है। संगठित और आर्थिक रूप से मजबूत आसियान भारत के हित में है। इसके अलावा प्रधानमंत्री मोदी ने यह भी कहा कि आसियान देशों के बीच जल, थल और वायु हर तरह की कनेक्टिविटी बढ़ाना क्षेत्र के कारोबारी और आर्थिक विकास को मजबूती देगा। मोदी ने समुद्री सुरक्षा से लेकर कृषि, इंजीनियरिग, डिजिटल टेक्नोलॉजी और वैज्ञानिक शोध जैसे क्षेत्रों में सहयोग की संभावनाओं का भी जिक्र किया। उन्होंने हिद-प्रशांत क्षेत्र में सहयोग को लेकर आसियान देशों से बातचीत का स्वागत किया। आसियान 10 देशों का समूह है, जिसमें इंडोनेशिया, मलेशिया, फिलीपींस, सिंगापुर, थाइलैंड, ब्रुनेई, वियतनाम, लाओस, म्यांमार और कंबोडिया शामिल हैं। इसे व्यापार एवं निवेश के लिहाज से वैश्विक स्तर पर सर्वाधिक प्रभावशाली समूह में शुमार किया जाता है। हाल के दिनों में भारत और आसियान देशों के बीच संबंध तेजी से आगे बढ़े हैं। भारत और आसियान देशों की कुल आबादी 1.85 अरब है, जो दुनिया की कुल आबादी की चौथाई है और इनका संयुक्त सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) 3.8 लाख करोड़ डॉलर से ज्यादा का है। पिछले 17 वर्षों में आसियान देशों से भारत में कुल 70 अरब डॉलर (करीब पांच लाख करोड़ रुपये) से ज्यादा का निवेश हुआ है, जो भारत के कुल प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआइ) के 17 फीसद के बराबर है।