नई दिल्ली(ईन्यूज एमपी)- भाजपा की वरिष्ठ नेता और पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज का निधन हो गया है। वे 67 साल की थीं। डॉक्टरों के मुताबिक, दिल का दौरा पड़ने के कारण उनका निधन हुआ था। इससे पहले उन्हें गंभीर स्थिति में दिल्ली के एम्स में भर्ती कराया गया था। सोशल मीडिया पर बड़ी संख्या में लोग उन्हें श्रद्धांजलि दे रहे हैं। भाजपा के बड़े नेताओं का अस्पताल पहुंचना शुरू हो गया है। स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन और केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी पहुंचे हैं। पढ़िए Live Updates: करीब तीन घंटे पहले ही उन्होंने जम्मू-कश्मीर में धारा 370 हटाने पर मोदी को बधाई देते हुए कहा था कि जीवन में यह दिन देखने की प्रतीक्षा कर रही थी। उनका जन्म 14 फरवरी 1952 को हुआ था। वे मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में भारत की विदेश मंत्री थी। इससे पहले वो 2009 में भारतीय जनता पार्टी द्वारा संसद में विपक्ष की नेता चुनी गई थी। वो दिल्ली की मुख्यमन्त्री भी रही थी। सन 2009 के लोकसभा चुनावों के लिये भाजपा के 19 सदस्यीय चुनाव-प्रचार-समिति की अध्यक्ष भी रहीं थीं। उनका जन्म अंबाला छावनी में हुआ था। उन्होंने एस.डी. कालेज अम्बाला छावनी से बी.ए. तथा पंजाब विश्वविद्यालय चंडीगढ़ से कानून की डिग्री ली थी। शिक्षा पूरी होने के बाद सुषमा स्वराज ने जयप्रकाश नारायण के आन्दोलन में बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया था। आपातकाल का विरोध कर वो सक्रिय राजनीति का हिस्सा बन गई। उनके पिता का नाम हरदेव शर्मा और माता का नाम श्रीमती लक्ष्मी देवी था। उनके पिता आरएसएस के प्रमुख सदस्य रहे थे। स्वराज का परिवार लाहौर के धरमपुरा क्षेत्र का रहने वाला था, 13 जुलाई 1975 को उनका विवाह स्वराज कौशल के साथ हुआ था जो सर्वोच्च न्यायलय में उनके सहकर्मी थे। कौशल बाद में राज्यसभा में सांसद भी रहे, और इसके अतिरिक्त वे मिजोरम प्रदेश के राज्यपाल भी रह चुके हैं। स्वराज दम्पत्ति की एक पुत्री है, जो लंदन के इनर टेम्पल में वकालत कर रही हैं।