वेल्लोर/तमिलनाडु(ईन्यूज एमपी)- लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण में तमिलनाडु की सभी 39 सीटों पर 18 अप्रैल को वोटिंग होना है, लेकिन वेल्लोर सीट पर मतदान रद्द हो सकता है। कारण - पिछले दिनों वहां इनकम टैक्स की छापामारी में 11 करोड़ रुपए से ज्यादा के नोट मिले थे। यह छापामारी डीएमके नेता के करीबी के सीमेंट गोदाम पर हुई थी। चुनाव आयोग का मानना है कि यह रुपए मतदाताओं में बांटने के लिए रखे गए थे। अब आयोग चाहता है कि इस सीट पर मतदान रद्द कर दिया जाए। इसके लिए राष्ट्रपति के समक्ष सिफारिश भेजी जा चुकी है। बीती 10 अप्रैल को आयकर विभाग की इस कार्रवाई के बाद डीएमके उम्मीदवार कातिर आनंद और उनके दो करीबियों के खिलाफ मामला दर्ज हो चुका है। हालांकि चुनाव आयोग की ओर से साफ किया गया है कि वेल्लोर में चुनाव रद्द करने पर अब तक कोई फैसला नहीं हुआ है। कातिर आनंद डीएमके के बड़े नेता दुरई मुरुगन के बेटे हैं और वेल्लोर लोकसभा सीट से पार्टी प्रत्याशी भी हैं। जिस गोदाम पर छापा मारा गया था, वो डीएमके नेता पूनजोलई श्रीनिवासन का है। श्रीनिवासन, मुरुगन के करीबी हैं। सीमेंट गोदाम में ये नोट बोरों में भर कर रखे गए थे और हर बोरे पर वार्ड का नाम लिखा था। माना जा रहा है कि वेल्लोर में वोटिंग होगी या नहीं, इस पर मंगलवार को फैसला हो सकता है। चुनाव आयोग भी इस पर बैठक करने जा रहा है। वहीं डीएमके प्रमुख एमके स्टालिन का कहना है कि यह सब उनकी पार्टी के खिलाफ साजिश रची जा रही है। पहली बार नहीं... वेल्लोर में राजनीतिक दलों पर वोटर्स को लालच देने के आरोप नई बात नहीं है। इससे पहले भी इन कारणों से चुनाव रद्द हो चुके हैं। 2016 में एडीएमके और एआईएडीएमके पर ऐसे आरोप लगने के बाद दो विधानसभाओं पर वोटिंग रद्द कर दी गई थी। जयललिता के निधन के बाद 2017 में आरके नजर सीट पर उपचुनाव भी इन्हीं कारणों से रद्द हो गया था।