सीधी/सेमरिया( ईन्यूज एमपी ) - हनुमान मंदिर गली सेमरिया में चल रहे भागवत कथा के तीसरे दिन के प्रसंग में सुखदेव जी द्वारा परीक्षित को कथा सुनाते हुए शिवचरित्र का श्रवण कराया। भगवान शंकर दक्ष प्रजापति के अभिमान को दूर करके सारे समाज को यह शिक्षा दी है कि कभी भी किसी प्रकार का अभिमान नहीं करना चाहिए साथ ही ध्रुव प्रसंग में बताया कि भगवान छोटी उम्र में या बड़ी उम्र में नहीं मिलते अपितु भगवान भक्ति भाव से प्राप्त होते हैं भरत प्रसंग में भरत जी के द्वारा शिक्षा प्राप्त हुई है कि राजा राज पद छोड़ने के बाद भी एक हिरण मे अशक्ति गई जिस कारण से उन्हें हिरण का जन्म लेना पड़ा उन्होंने समाज को शिक्षा दी की। एक ना एक दिन दूर तो जाना ही है तो इसमें आसक्त ना करें कथावाचक स्वामी योगेंद्र दास जी ने रामायण की चौपाई को सुनाते हुए कहा कि... " देह धरे का यह फल भाई बजे राम सब काम विहाई" उन्होंने कहा कि भागवत भजन भागवत सेवा करके अपने जीवन को धन्य बनाएं