सीधी( ईन्यूजएमपी) __ प्रदेश के शासकीय हाई व हायर सेकंडरी स्कूलों का परीक्षा परिणाम सुधारने के लिए शिक्षा विभाग अभी से तैयारी में जुट गया है। इस साल 10 वीं में बेस्ट ऑफ फाइव पॉलिसी को समाप्त कर दिया हैं। पहले 6 में से 5 विषय में पास होने पर उत्तीर्ण मान लिया जाता था लेकिन अब ऐसा नही होगा और सभी 6 विषय पास करने पर ही उत्तीर्ण माना जाएगा। विद्यार्थी इस पॉलिसी के कारण गणित व अंग्रेजी पर ज्यादा ध्यान नहीं देते है। हाईस्कूल में मुख्य रूप से गणित और अंग्रेजी में रिजल्ट खराब रहता है। इन दोनों विषयों मे विशेष तैयारी की जरूरत है। इसके चलते इन दोनों विषयों के शिक्षकों को अगले 5 माह तक प्रत्येक माह ट्रेनिंग दी जायेगी। शिक्षकों को ट्रेनिंग देने से लाभ विद्यार्थियों को ही मिलेगा। ट्रेनिंग में अध्यापकों को अध्यापन की बताई गई नई-नई तकनीक एपीसी रमसा ने जानकारी दे कर बताया कि रविवार को आयोजित प्रशिक्षण में पिछलें माह पढ़ाए अध्याय एवं पढ़ाने में आई समस्याओं का निराकरण किया गया। अक्टूबर माह में पढ़ाये जाने वाले अध्याय में विशेष रूप कठिन कॉन्सेप्ट को चिन्हित कर उन्हें सरल रूप में गतिविधियों के रूप में कैसे प्रस्तुत किया जा सकता है, यह बताया गया। ब्ल्यू प्रिंट के आधार पर विद्यार्थियों की तैयारी की समीक्षा करके छूट गए या अस्पष्ट विषय को स्पष्ट करना भी ट्रेनिंग का हिस्सा रहा। विषय को पढ़ाने के लिए शिक्षकों द्वारा अपने स्कूल में किये अच्छा प्रयोग या नवाचार को भी प्रशिक्षण में सभी शिक्षक को अवगत कराया गया ताकि सभी स्कूलों में इसका अनुसरण हो। विद्यार्थियों को विषय अच्छी तरह से समझाने के लिए अध्यापन की विधियो का प्रयोग करना भी बताया गया ताकि स्टूडेंट्स के मन में कोई कन्फ्यूजन न रहे। जिला शिक्षा अधिकारी डॉ पी.एल. मिश्रा, पूर्व डिप्टी डायरेक्टर एस.पी. त्रिपाठी, उत्कृष्ट विद्यालय के प्राचार्य एस.एन. त्रिपाठी, ए.डी.पी.सी. प्रवीण शुक्ला, डॉ सुजीत कुमार मिश्र ए.पी.सी. रमसा द्वारा प्रशिक्षण का अवलोकन किया गया।