नई दिल्ली (ईन्यूज एमपी)- दिल्ली शराब नीति घोटाला मामले में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल आज प्रवर्तन निदेशालय (ED) के सामने पेश नहीं होंगे। केजरीवाल मध्य प्रदेश जाएंगे और वहां के सिंगरौली में चुनावी सभा करेंगे। उनका यह कार्यक्रम पहले से तय था। इससे पहले केजरीवाल ने ईडी को भेजने अपने जवाब में कहा- यह नोटिस भाजपा के कहने पर भेजा गया है और यह कार्रवाई राजनीति से प्रेरित है। पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों में मेरी रैलियां हैं। पहले से कार्यक्रम तय हैं। मुझे चुनाव प्रचार से रोकने के लिए यह नोटिस दिया गया है। इससे पहले खबर थी कि नोटिस मिलने के बाद आम आदमी पार्टी के कर्ताधर्ता केजरीवाल सुबह 11 बजे ईडी दफ्तर पहुंचेंगे। आशंका जताई जा रही थी कि पूछताछ के बाद उन्हें भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा। इससे पहले मनीष सिसोदिया और संजय सिंह जैसे पार्टी के बड़े नेता गिरफ्तार किए जा चुके हैं। पटेल नगर से विधायक और दिल्ली सरकार में समाज कल्याण मंत्री राजकुमार आनंद के यहां भी ED का छापा पड़ा है। गुरुवार सुबह ईडी की टीम सिविल लाइन्स स्थित राजकुमार आनंद के निवास समेत करीब 8-9 ठिकानों पर पहुंची। अभी यह साफ नहीं हुआ है कि यह रेड किस मामले में हुई है। अरविंद केजरीवाल के खिलाफ इस कार्रवाई पर राजनीति तेज है। भाजपा जहां केजरीवाल को शराब घोटाले की किंगपिन बता रही है, वहीं आम आदमी पार्टी का कहना है कि बदले की राजनीति के तहत केंद्र में बैठी मोदी सरकार जांच एजेंसियों को दुरुपयोग कर रही है। आम आदमी पार्टी ने केजरीवाल की पेशी का सियासी लाभ लेने की कोशिश भी शुरू कर दी है। केजरीवाल जब पेशी के लिए जाएंगे, तो कार्यकर्ताओं का हुजूम भी साथ रहेगा। आम आदमी पार्टी कार्यालय से ईडी दफ्तर तक सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। वहीं भाजपा ने इस दौरान प्रदर्शन करेगी। शराब घोटाले में क्या है केजरीवाल की भूमिका दिल्ली के मुख्यमंत्री को ईडी ने तलब किया है, जो शराब घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग के पहलू की जांच कर रही है। केजरीवाल को तब समन जारी किया गया, जब सुप्रीम कोर्ट ने पूर्व डिप्टी मनीष सिसोदिया की जमानत याचिका खारिज कर दी। यह पूरा मामला 338 करोड़ रुपए की हेराफेरी का है।