सीधी(ईन्यूज एमपी)-भगवती मानव कल्याण संगठन के केन्द्रीय कार्यालय पंचज्योति शक्ति तीर्थ सिद्धाश्रम ब्यौहारी में आयोजित शारदीय नवरात्र के तीन दिवसीय 127 वाँ शक्ति चेतना जन जागरण शिविर महाशक्ति शंखनाद के तृतीय चरण का आयोजन किया गया,जिसमें भुईमाड़ सीधी जिले के हजारों लोग शामिल हुए हैं, जो नवरात्रि के अष्टमी तिथि को शिविर के प्रथम दिवस प्रातः काल योग, ध्यान, साधना का क्रम हुआ, जिसके बाद दो बजे से शिविर प्रारंभ हुआ जिसमें शक्तिपुत्र जी महाराज के द्वारा अपने शिष्यों को चिंतन प्रदान करते हुए कहा कि सनातन धर्म की रक्षा चिल्लाने से नहीं होगी हमें सनातन धर्म का पालन करना होगा नशे मांस से मुक्त चरित्रवान तपस्वी एवं सधाक तैयार करने की आवश्यकता है। मेरे द्वारा लाखों चेतना अंश तैयार किए जा रहे हैं जो पूरे देश में अब तक ऐसा आध्यात्मिक परिवर्तन किया है कि किसी भी संगठन ने आज तक नहीं किया होगा,जिस तरह से भगवती मानव कल्याण संगठन द्वारा जिन घरों में अगरबत्तियां भी नहीं जलती थी उनके घरों में आज दोनों टाइम मां की ज्योति जल रही है दुर्गा चालीसा पाठ हो रहा है और दोनों समय पर शंख ध्वनियों से जनमानस में चेतना डाली जा रही है। वह अलौकिक है अभी तो शुरुआत है जिस संगठन का शुरुआत इस तरह से हुआ है उसकी प्रचंड ऊर्जा समाज में क्या होगी वह आगे समाज देखेगा। 15 अप्रैल 1997 से चल रहे अखंड श्री दुर्गा चालीसा पाठ का स्थाई मंदिर का भी लोकार्पण शारदीय नवरात्रि के पंचमी तिथि पर किया गया, जहां पर 1000 से अधिक लोग बैठकर एक साथ श्री दुर्गा चालीसा पाठ कर सकते हैं, जो अनंत काल तक चलता रहेगा। शक्तिपुत्र जी महाराज ने कहा कि आज समाज में कुछ लप्फ़ाज कुकुरमुत्ता के समान छतरी तानकर जगह-जगह चौकिया लगा रहे हैं, अपने आप को त्रिकालदर्शी कह रहे हैं, और समाज को ठग एवं लूट रहे हैं। आज जहां मानवता को सही दिशा देने की जरूरत है, उन्हें अवगुणों से मुक्त करने की जरूरत है, लेकिन सनातन की आड़़ में कोई बजरंगबली की कृपा पात्र है तो कोई भूत सिद्ध किए बैठा है, तो कोई अपने आप को त्रिकालदर्शी कह रहा है, मैं जहां सनातन धर्म को जमीनी स्तर पर मजबूत कर रहा हूं वही सनातन के नाम पर समाज को ठगने और लूटने वालों का भी विरोध करना मेरा धर्म है। आज सनातन धर्म को खतरा सबसे अधिक लप्फाज कुकुरमुत्तों के समान सनातनियों से है इसलिए मैं एक और चुनौती दे रहा हूं, सभी त्रिकालदर्शी दरबार चलने वाले चौकिया चलने वाले हनुमान जी की कृपा पात्र भैरव जी की कृपा पात्र जितने सिद्ध और अवतारी है सब यह बताएं कि देश के तीन बड़े राज्यों में चुनाव चल रहे हैं तीनों राज्यों में किसकी सरकार बनेगी, एक लिफाफे में लिखकर उसे बंद कर दें और यह आयोजन चारों शंकराचार्य एवं मीडिया के समक्ष होना चाहिए, मैं भी तीनों राज्यों में होने वाले चुनाव के बारे में भविष्यवाणी करूंगा और वह बंद लिफाफे में रखी होगी और जब चुनाव परिणाम आए तो देख लिया जाए कौन त्रिकालदर्शी है या कौन लप्पाज कुकुरमुत्ता के समान छतरी तानकर दरबार और चौकिया लगा रहे हैं। अन्यथा पीड़ित मानवता को सनातन के नाम पर इस तरह के लोग ठगते और लूटते रहेंगे जब इनके ऊपर आवाज उठनी शुरू हो जाती है तो सनातन की आड़ में छिपने का प्रयास करते हैं और सभी सनातनियों को एकजुट होने का प्रयास करते हैं, जबकि वह स्वयं सनातन धर्म का पालन नहीं कर रहे होते हैं, कोई नशे में धुत्त है तो कोई जीवों की हत्या कर उन्हें खा रहा है तो कोई दिन-रात चरित्रहीनता में लगा है। इस तरह से समाज का कल्याण नहीं होगा और ना सनातन धर्म की रक्षा होगी, वही इस कार्यक्रम में आयें हुए लाखों शिष्यों एवं भक्तों के लिए रहने एवं भोजन भंडारे की निशुल्क व्यवस्था की गई है,