जबलपुर(ईन्यूज एमपी)- डुमना एयरपोर्ट की सुरक्षा मंगलवार को सीआइएसएफ (केन्द्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल) के हाथ में आ गई है। मंगलवार को डुमना एयरपोर्ट पर एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें पुलिस का ध्वज पुलिस अधिकारियों को सौंप कर सीआइएसएफ का ध्वज एयरपोर्ट में फहराया गया। इसके अलावा सीआइएसएफ कमाडेंट को एयरपोर्ट की चाबी भी सौंपी गई। कार्यक्रम के दौरान कलेक्टर सौरभ सुमन, एसपी आदित्य प्रताप सिंह और सीआइएसएफ के डीआइजी समेत एयरपोर्ट डायरेक्टर कुसुम दास मौजूद रहीं। पहले चरण में 80 अधिकारी और जवानों की तैनाती पहले चरण में 80 अधिकारी और जवानों की तैनाती एयरपोर्ट पर की गई। एयरपोर्ट की सुरक्षा में 120 सीआइएसएफ के जवान तैनात होने हैं। इसके साथ ही इंडक्शन कोर्स भी आयोजित किया गया। जिसमें एयरपोर्ट अथारिटी के अधिकारियों और सीआइएसएफ के अधिकारियों ने जवानों को एयरपोर्ट और उसकी सुरक्षा से जुड़ी जानकारियों को साझा किया गया। कार्यक्रम के दौरान सीआइएसएफ के अधिकारियों और जवानों ने आत्म सुरक्षा के हुनर को प्रदर्शित किया। इस दौरान डाग ट्रेनिंग का प्रदर्शन भी किया। इसके बाद डाग स्क्वाड की टीम ने विभिन्न तरह की आपदाओं से कैसे निपटा जाता है का प्रदर्शन किया। बढ़ेगी सुरक्षा अधिकारियों की संख्या सुरक्षा में तैनात अफसर और जवानों की संख्या आने वाले दिनों में बढ़ेगी। वर्तमान आंकड़ा सीआइएसएफ की तैनाती के लिए काफी समय पूर्व सर्वे किया गया था। इसी सर्वे रिपोर्ट के आधार पर वर्तमान में तैनाती की गई है, लेकिन विस्तारीकरण के साथ ही एयरपोर्ट का भौगोलिक क्षेत्रफल बढ़ गया, जिस कारण सुरक्षा के और अधिकारियों और जवानों की आवश्यकता होगी, इसके लिए एयरपोर्ट अथारिटी द्वारा फिर से मैन पावर सर्वे किया जाएगा। यह सर्वे रिपोर्ट सीआइएसएफ को सौंपी जाएगी। जिसके आधार पर अधिकारी और जवानों की संख्या बढ़ाई जाएगी। पुलिस को देने पड़ते थे आठ लाख डुमना एयरपोर्ट की सुरक्षा पुलिस जवानों पर थी। यहां पुलिस अधिकारी और जवानों की तैनाती की जाती थी। इसके एवज मे एयरपोर्ट अथारिटी की ओर से पुलिस विभाग को आठ लाख का भुगतान किया जा रहा था। सीआइएसएफ की तैनाती के बाद अब एयरपोर्ट अथारिटी द्वारा सीआइएसएफ के अधिकारियों और जवानों को उनकी सैलरी के अनुरुप सीआइएसएफ को भुगतान किया जाएगा। इन्होंने कहा आधिकारिक रूप से सीआइएसएफ की तैनाती एयरपोर्ट पर हो गई है। पहले चरण में 80 अधिकारी और जवानों को तैनात किया गया है। इनकी संख्या भविष्य में बढ़ाई जाएगी। अब सुरक्षा और बेहतर होगी। कुसुम दास, डायरेक्टर, एयरपोर्ट