भोपाल(ईन्यूज एमपी)- विधानसभा चुनाव के लिए नामांकन भरने में मात्र 20 दिन बचे हैं और इस बार सबसे पहले सूची घोषित कर चुनावी तैयारियां करने वाली कांग्रेस भाजपा से पिछड़ती नजर आ रही है। चूंकि समय कम बचा है, इसलिए कांग्रेस भी अपनी पहली सूची 15 अक्टूबर के पहले ला सकती है। इसके पहले प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ नवरात्रि की शुरुआत में करीब 150 उम्मीदवारों की सूची जारी करने का संकेत दे चुके हैं। तीन दिन पहले दिल्ली में कांग्रेस की केन्द्रीय चुनाव समिति की बैठक में करीब डेढ़ सौ सीटों पर उम्मीदवार तय होने का दावा किया जा रहा है, लेकिन इस बीच यह भी खबर है कि कांग्रेस में सूची को लेकर गुटबाजी हावी हो रही है और जिस रणनीति पर कांग्रेस चल रही थी, उससे वह पीछे हो गई है। इसी कारण अभी तक कांग्रेस अपनी सूची घोषित नहीं कर पाई है। अपने-अपने कोटे के टिकट मांगने के कारण अटकी सूची को लेकर कमलनाथ कह चुके हैं कि यह सूची एक सप्ताह में आएगी, यानि नवरात्रि की शुरुआत में यह सूची आना थी, लेकिन जिस तरह से कल 57 नामों की चौथी सूची भाजपा ने घोषित कर दी है, उससे भाजपा का चुनावी माहौल बनने लगा है। कांग्रेस को चुनाव प्रचार में अपने पिछडऩे का डर सता रहा है। चूंकि कल आचार संहिता भी घोषित हो गई है और 21 अक्टूबर को चुनाव को अधिसूचना जारी होने के साथ-साथ नामांकन फार्म भरना शुरू हो जाएंगे, ऐसे में कांग्रेस के पास मात्र 20 दिन बचे हैं, क्योंकि 30 अक्टूबर को नामांकन भरने की आखिरी तारीख है। इसको लेकर कयास लगाए जा रहे हैं कि कांग्रेस अपनी एक सूची जल्दी जारी कर सकती है। हालांकि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ पहले ही इशारा कर चुके हैं कि जिन लोगों को पार्टी को चुनाव लड़ाना है, उन्हें हमने इशारा कर दिया था और वे अपने-अपने क्षेत्र में काम में जुट गए हैं, लेकिन मैदान पर कांग्रेस के संभावित उम्मीदवार नजर नहीं आ रहे हैं। जहां संभावित उम्मीदवार काम भी कर रहे हैं, वहां दूसरे दावेदार उनका गणित बिगाडऩे में लगे हैं। ऐसे में कांग्रेस अपनी सूची जल्दी घोषित कर दे तो कोई अतिशयोक्ति नहीं होगी। संभवत: डेढ़ सौ सीटों में से कांगे्रस की जीती हुईं सीटों के उम्मीदवार घोषित तो किए जा ही सकते हैं।