भोपाल(ईन्यूज एमपी)- 11 जुलाई से प्रारंभ होने वाले विधानसभा के मानसून सत्र में सरकार वित्तीय वर्ष 2023-24 का प्रथम अनुपूरक बजट प्रस्तुत करेगी। इसके लिए शनिवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की अध्यक्षता में होने वाली कैबिनेट बैठक में वित्त विभाग द्वारा प्रारूप प्रस्तुत किया जाएगा। इसके पहले मुख्यमंत्री सभी मंत्रियों के साथ विधानसभा के मानसून सत्र की तैयारियों को लेकर बैठक करेंगे। रात्रि भोज सभी मंत्री साथ करेंगे और इसके लिए सभी अपने-अपने घर से टिफिन लेकर आएंगे। मुख्यमंत्री कार्यालय के अधिकारियों ने बताया कि विधानसभा चुनाव के कारण वर्तमान विधानसभा का यह अंतिम सत्र होगा। चुनाव के कारण इस बार शीतकालीन सत्र नहीं हो पाएगा, इसलिए प्रथम अनुपूरक बजट बीस हजार करोड़ रुपये से अधिक का हो सकता है। इसमें सभी विभागों को वर्षभर में जो अतिरिक्त राशि की आवश्यकता है, उसके लिए प्रविधान किए जाएंगे। वहीं, मध्य प्रदेश आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय संशोधन विधेयक भी प्रस्तुत किया जाएगा। इसमें कुलपति की नियुक्ति के लिए समिति द्वारा स्वास्थ्य शिक्षा के क्षेत्र से तीन व्यक्तियों की तालिका के स्थान पर किसी शासकीय महाविद्यालय या विश्वविद्यालय में कम से कम दस वर्ष के लिए आचार्य के रूप में काम करने या राष्ट्रीय स्तर के प्रतिष्ठित अनुसंधान या शैक्षणिक प्रशासनिक संगठन के नेतृत्व के साथ 10 वर्ष के विशिष्ट शिक्षाविद होने के अनुभव का प्रविधान प्रस्तावित किया है। इसके साथ ही कुलसचिव पद के लिए चिकित्सा महाविद्यालयों के ऐसे शिक्षकों को प्रतिनियुक्ति पर लिया जा सकेगा, जिन्हें आचार्य पद पर सात के स्थान पर पांच वर्ष के अनुभव हो। उप सचिव या समकक्ष पद पर पांच साल का अनुभव रखने वाले अधिकारियों को भी प्रतिनियुक्ति पर लिया जा सकेगा। निवेश संवर्धन संशोधन विधेयक के प्रारूप और विद्युत क्रय अनुबंधों पर भी बैठक में विचार होगा। सभी मंत्री रात्रि भोज एक साथ करेंगे। इसके लिए सभी को अपना-अपना टिफिन लेकर आने के लिए कहा गया है। केंद्र सरकार के नौ वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर भाजपा द्वारा इस तरह का आयोजन किया जा रहा है। मंत्रियों को मिलेगी कांग्रेस के आरोपों पर पलटवार करने की जिम्मेदारी सूत्रों के अनुसार विधानसभा सत्र की तैयारियों के लिए आयोजित बैठक में मंत्रियों को कांग्रेस के सदस्यों द्वारा लगाए जाने वाले आरोपों पर पलटवार करने की जिम्मेदारी दी जाएगी। दरअसल, यह वर्तमान विधानसभा का अंतिम सत्र है इसलिए माना जा रहा है कि कांग्रेस द्वारा इसमें सीधी में आदिवासी युवक के साथ हुई घटना, महाकाल लोक में मूर्तियों के गिरने, सतपुड़ा भवन में लगी आग सहित अन्य मुद्दों पर सरकार को घेरने का प्रयास किया जाएगा।