सीधी -यह वर्ष स्वर्गीय हरिशंकर परसाई जी का जन्मशती वर्ष है। इसलिए प्रगतिशील लेखक संघ इकाई सीधी नें आगामी 30-31 जुलाई को दो दिवसीय परसाई जी पर केंद्रित कार्यक्रम आयोजित करने का फैसला किया है। आज प्रगतिशील लेखक संघ सीधी की संपन्न विस्तारित बैठक में आम सहमति से यह निर्णय लिया गया। बैठक की अध्यक्षता निवर्तमान अध्यक्ष डॉक्टर अनिल कुमार सिंह ने की ।वरिष्ठ समाजसेवी राजेंद्र भदौरिया मुख्य अतिथि थे। बैठक के संबंध में प्रदेश इकाई सीधी के अध्यक्ष सोमेश्वर सिंह ने बताया है कि प्रगतिशील लेखक संघ देश का पहला लेखक संघ है। जिसकी स्थापना 1936 में मुंशी प्रेमचंद ने की थी ।परसाई जी दूर दृष्टि रचनाकार थे 50 साल पहले उनकी लिखी हुई रचनाओं में आज भी यथार्थ और विडंबनाए नजर आती हैं। उन्होंने बहुत पहले लिखा था कि आने वाले समय में इस मुल्क में एक निरंकुश शासन व्यवस्था लाद दी जाएगी। इसीलिए उन्होंने ठिठुरता हुआ गणतंत्र नामक लेख की रचना की थी। आज सब के विकास के नाम पर अंधी दौड़ से हमारा समय और गणतंत्र बुरी तरह से टूट रहा है। लेखक, कलाकार, विचारक, सामाजिक कार्यकर्ता अपनी बात रखने में सहमें हुए हैं। ऐसी स्थिति में लेखक संगठनों को एकजुट होकर विमर्श करना इस समय की महती आवश्यकता है ।इसी को दृष्टिगत रखते हुए सीधी में प्रगतिशील लेखक संघ द्वारा परसाई जी पर केंद्रित कार्यक्रम रखा है। जिसमें रीवा संभाग सहित प्रदेश व देश के चुनिंदा वरिष्ठ साहित्यकार भाग लेंगे। इंद्रवती नाट्य समिति के रंग कर्मियों द्वारा नाट्य ,जन गीत तथा लोक गायक नरेंद्र सिंह द्वारा गीत प्रस्तुत किया जाएगा। बैठक में मुख्य रूप से मध्य प्रदेश प्रगतिशील लेखक संघ के सचिव शिव शंकर मिश्रा, सीधी इकाई के महासचिव अशोक तिवारी अकेला, वरिष्ठ साहित्यकार जेपी मिश्रा, टीम सहित रंगकर्मी नीरज कुंदेर, सब्यसाची के डायरेक्टर जयसिंह, ऋषभ तिवारी, प्रवीण सिंह, रजनीश कुमार, रोशनी मिश्रा ,गणेश गौतम, अतुल ,बृजेश सरल, आदि उपस्थित रहे जिन्होंने अपना विचार व्यक्त किया। उल्लेखनीय है कि प्रगतिशील लेखक संघ का तीन दिवसीय राष्ट्रीय अधिवेशन आगामी 20 से 22 अगस्त को परसाई जी के कर्मस्थली संस्कारधानी जबलपुर में आयोजित किया गया है ।