सीधी (ईन्यूज एमपी)-महाकाल लोक में हुए भ्रष्टाचार, सतपुडा भवन में आगजनी, पोषण आहार घोटाले सहित तमाम मुद्दों को लेकर आज कांग्रेस ने प्रदेश भर में प्रदर्शन किया। पीसीसी चीफ कमलनाथ से लेकर कांग्रेस के सभी बड़े नेता अलग-अलग जिलों में इस प्रदर्शन में शामिल हुए सीधी जिले में पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह राहुल ने स्थानीय विधिका भवन में जनाक्रोश धरना दिया और प्रदेश सरकार पर तीखे प्रहार किए। जी हां बता दें कि पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह की अगुवाई में आज सीधी जिले के कलेक्ट्रेट चौक स्थित विथिका भवन में भारी भीड़ इकट्ठा हुई जिसमें कांग्रेश के पदाधिकारी समेत दूरदराज से आए आमजन शामिल हुए धरने के दौरान कांग्रेश के नेताओं एवं पदाधिकारियों द्वारा प्रदेश स्तर से लेकर जिला स्तर की समस्याएं मंच से साझा की पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह राहुल द्वारा महाकाल लोक में हुए भ्रष्टाचार,सतपुड़ा भवन की आग सहित कई अन्य मुद्दे आम लोगों के बीच पेश किए स्थानीय जिला प्रशासन को भी आड़े हाथों लिया गया अजय सिंह राहुल की अगुवाई में धरने के बाद मीडिया से मुखातिब होते हुए अजय सिंह ने कहा कि आगामी चुनावों में कांग्रेस की सरकार बनने जा रही है भाजपा सरकार के वादों से जनता ऊब गई है आगामी चुनाव परिणाम में विंध्य एवं प्रदेश में कांग्रेश प्रचंड बहुमत लेकर आएगी और चुरहट में भी जनता का आशीर्वाद उन्हें दोबारा मिलेगा। बता दें कि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ के निर्देश पर आज प्रदेश के सभी जिलों में जिला कांग्रेस कमेटियों द्वारा सुबह 11 बजे से भाजपा सरकार के खिलाफ धरना-प्रदर्शन किया गया। मंडला में आयोजित जिला स्तरीय धरना प्रदर्शन में पीसीसी चीफ कमलनाथ शामिल हुए। जबकि आज हुए प्रदेशव्यापी प्रदर्शन में AICC के जनरल सेक्रेटरी और मप्र के प्रभारी जेपी अग्रवाल-ग्वालियर में शामिल हुए। वहीं पूर्व सीएम दिग्विजयसिंह-दतिया, डॉ. गोविंद सिंह-उज्जैन, विवेक तन्खा और संजय कपूर जबलपुर, सुरेश पचौरी-भोपाल, अरूण यादव-बुरहानपुर, कांतिलाल भूरिया-झाबुआ, अजय सिंह-सीधी,सह प्रभारी सीपी मित्तल-सतना, सज्जन सिंह वर्मा-देवास, एनपी प्रजापति-नरसिंहपुर, जीतू पटवारी-इंदौर और कमलेश्वर पटेल-रतलाम में आयोजित धरना-प्रदर्शन में शामिल रहे। प्रदर्शन के दौरान नेताओं ने कहा कि उज्जैन महाकाल लोक में हुये भ्रष्टाचार और घटिया चायनीज मटेरियल से बनाई गई सप्त ऋषियों की मूर्तियां हल्के आंधी-तूफान से गिरकर खंडित हो गई थी। बीते 12 जून को भोपाल में मंत्रालय के सामने फायर स्टेशन होने के बावजूद सतपुड़ा भवन में 20 घंटों तक आग में महत्वपूर्ण सरकारी दस्तावेजों का जलकर खाक होना और सरकार द्वारा अग्निकांड की निष्पक्ष जांच कराना। प्रदेश में बड़े पैमाने पर बार-बार बिजली कटौती, भीषण गर्मी में किसान एवं आमजनों को हो रही परेशानी सहित प्रदेश में व्याप्त भ्रष्टाचार, घोटाले, बढ़ती महंगाई, रसोई गैस, डीजल-पेट्रोल के दामों में भारी वृद्धि, बेरोजगारी, किसानों, महिलाओं और अबोध बालिकाओं पर हो रहे अत्याचार आदि मुद्दे धरना-प्रदर्शन में मुख्य रूप से उठाए गए। धरना प्रदर्शन में जिला, विधानसभा, ब्लाक स्तर के पदाधिकारी, मण्डलम, सेक्टर के पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं सहित कांग्रेस पक्ष के निर्वाचित जनप्रतिनिधियों सहित स्थानीय लोग हुए।