सीधी (ईन्यूज एमपी)-रहिमन धागा प्रेम का, मत तोड़ो छिटकाय। टूटे से फिर न मिले, मिले गाँठ परिजाय॥ रहीम कि कही यह बातें यदा-कदा चरितार्थ होती देखी जाती हैं कहने और दिखाने को भले ही प्रेम आदर और सम्मान दिखे लेकिन जब मूल में प्रतिस्पर्धा या वर्चस्व छिड़ा हो तो उसकी झलक कहीं ना कहीं सामने आ ही जाती है । खैर आज छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सीधी जिले के दौरे पर आए थे यहां सुपेला में पूर्व मंत्री कमलेश्वर पटेल द्वारा उनका भव्य स्वागत किया गया लेकिन यहां कुछ ना कुछ कमी दिखी मेहमान मुख्यमंत्री के स्वागत में अधिकांश चेहरे नदारद दिखे। जी ...हां ...सीधी दौरे पर आए मेहमान मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का पूर्व मंत्री कमलेश्वर पटेल सहित शासन प्रशासन ने भव्य स्वागत किया पड़ोसी जिले सिंगरौली के जिला अध्यक्ष भी मौजूद रहे और सिहावल के स्थानीय कांग्रेसी नेता उनकी अगुवानी में लगे रहे लेकिन कांग्रेस की टीम द्वारा मेहमान मुख्यमंत्री एवं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता भूपेश बघेल से मिलना तक उचित नहीं समझा गया अब इसे व्यस्तता कहें या समय प्रबंधन की कमी लेकिन सिहावल में सीधी सहित विंध्य की टीम का न पहुंचना लोगों के लिए चर्चा का विषय बन गया । चर्चा हो भी क्यों ना यदा-कदा परिस्थितियां ही ऐसी निर्मित होती हैं जो ढकी हुई खाइयों को उजागर कर देती हैं। अब अगर हालात ऐसे होते हैं तो लोग तो कुछ ना कुछ कहेंगे उन्हें भला कौन मना कर सकता है लेकिन सिहावल में आज मेहमान अतिथि के स्वागत में केबल सिहावल और कमलेश्वर के शुभचिंतक ही दिखे ... तस्वीर बयां कर रही है नेता जी का हाल,मंच पर भाईचारा और हकीकत में सौतेला व्यवहार....