सीधी (ईन्यूज एमपी)- प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश तथा जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के अध्यक्ष संजीव कुमार पाण्डेय द्वारा जिला जेल सीधी का निरीक्षण किया गया। साथ ही जिला विधिक सेवा प्राधिकरण सीधी द्वारा जेल में विधिक साक्षरता तथा जागरूकता शिविर आयोजन किया गया। शिविर के माध्यम से जानकारी देते हुए प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश श्री पाण्डेय ने जेल में निरूद्ध बंदियों को समझाईश दी कि पहले की गई गलतियों से सबक लेकर अपने आने वाले जीवन को अच्छा एवं सफल बनाने की कोशिश करे जिससे वे अपने जीवन में सफल हो सकें। जिला न्यायाधीशध्सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण सीधी श्रीमती कविता दीप खरे ने कहा कि जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा अभिरक्षा में निरूद्ध प्रत्येक व्यक्ति को निःशुल्क विधिक सहायता के अंतर्गत अधिवक्ता की सहायता उपलब्ध कराई जाती है। निःशुल्क विधिक सहायता तहसील एवं जिला न्यायालय के साथ उच्च न्यायालय में उच्च न्यायालय विधिक सेवा समिति तथा उच्चतम न्यायालय में उच्चतम न्यायालय विधिक सेवा समिति के माध्यम से उपलब्ध होती है। श्रीमती खरे ने कहा कि कारागार प्रायश्चित करने का माध्यम है और प्रत्येक बंदी का यह कर्तव्य होना चाहिए कि कारागार से बाहर निकलने पर वह समाज का एक सभ्य नागरिक बनकर अपना जीवन व्यतीत करे और देश के विकास में अपना सहयोग प्रदान करे। शिविर में विशेष न्यायाधीश श्री प्रशांत कुमार निगम, प्रधान न्यायाधीश कुटुम्ब न्यायालय श्री सुधीर सिंह चौहान, चतुर्थ जिला न्यायाधीश श्री गौतम कुमार गुजरे, सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण श्रीमती कविता दीप खरे, जिला विधिक सहायता अधिकारी सिद्धार्थ शुक्ला, जेल उपाधीक्षक कृष्ण कुमार तिवारी, सहित समस्त जेल स्टाफ उपस्थित रहे।