भोपाल(ईन्यूज एमपी)-मध्य प्रदेश में सरकारी कामों में लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों कर्मचारियों पर बड़ी कार्रवाई की गई है।बैतूल मे सहायक आयुक्त आदिवासी विकास शिल्पा जैन ने पंचायत चुनाव 2022 के कार्य में लापरवाही करने वाले एक और अध्यापन कार्य में लापरवाही करने वाले तीन शिक्षकों के पर बड़ी कार्रवाई की है। विकासखंड भीमपुर के संकुल केन्द्र प्रभुढाना की माध्यमिक शाला जमन्या में पदस्थ सहायक शिक्षक नत्थू यादव तत्काल प्रभाव से निलबित कर दिया गया है। निलंबन अवधि में इनका मुख्यालय विकासखंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय भीमपुर निर्धारित किया गया है। विकासखंड आठनेर की प्राथमिक शाला नयेगांव में पदस्थ सहायक शिक्षक सुखदेव नरवरे द्वारा अध्यापन कार्य में लापरवाही बरतने, विद्यार्थियों का शैक्षणिक स्तर अत्यधिक कमजोर पाये जाने एवं अनाधिकृत रूप से अनुपस्थित रहने तथा संस्था में विलंब से पहुंचने एवं निर्धारित समय से पूर्व ही संस्था छोड़ने आदि अनियमितताओं के कारण मध्य प्रदेश सिविल सेवा (वर्गीकरण, नियंत्रण तथा अपील) नियम 1966 के नियम 9 के तहत तत्काल प्रभाव से निलंबित किया गया है। निलंबन अवधि में इनका मुख्यालय विकासखंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय आठनेर निर्धारित किया गया है। विकासखंड आठनेर की प्राथमिक शाला धनोरी के सहायक शिक्षक दिनकर राव उइके एवं प्राथमिक शाला धनोरी के प्राथमिक शिक्षक नरेन्द्र मुलिक को नियमित रूप से संस्था में उपस्थित नहीं होने, अध्यापन कार्य के प्रति रूचि नहीं लेने, स्वैच्छाचारितापूर्ण ढंग से संस्था में आने-जाने का कार्य करने, कत्र्तव्य के प्रति लापरवाही एवं घोर उदासीनता बरतने के कारण मध्य प्रदेश सिविल सेवा (वर्गीकरण, नियंत्रण तथा अपील) नियम 1966 के नियम 9 के तहत तत्काल प्रभाव से निलंबित किया गया है। निलंबन अवधि में उक्त दोनों शिक्षकों का मुख्यालय विकासखंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय आठनेर निर्धारित किया गया है। मध्यप्रदेश के शिवपुरी जिले में संचालित सरकारी मेडिकल कॉलेज में एक सीनियर रेजिडेंट डॉक्टर को बर्खास्त कर दिया गया है। सर्जरी डिपार्टमेंट के HOD डॉ अनंत राखुंडे ने 21 जून को डीन डॉ केबी वर्मा को लेटर लिखा था कि डॉ राजकुमार सिंह जाट का स्टॉफ के साथ व्यवहार और कार्य संतोषप्रद नहीं है वरिष्ठ अधिकारियों के आकस्मिक अवलोकन में भी अनुपस्थित रहे और पूछने पर कोई जवाब नहीं दिया। बिना सूचना के गायब हो जाते हैं जिसके कारण मरीजों का इलाज प्रभावित होता है। इसके बाद विभागाध्यक्ष डॉ अनंत राखुंडे की अनुशंसा पर कॉलेज डीन ने सीनियर रेजिडेंट डायरेक्टर डॉ राजकुमार सिंह जाट की सेवाएं समाप्त कर दीं। मध्य प्रदेश के ग्वालियर में एक उपभोक्ता को 34 अरब 19 करोड़ 53 लाख 25 हजार 293 का बिजली बिल भेजने पर ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने बड़ा एक्शन लिया। उन्होंने APO को बर्खास्त और असिस्टेंट रेवेन्यू ऑफिसर को सस्पेंड कर दिया है। इसके साथ ही जूनियर इंजीनियर को नोटिस जारी किया है।जांच में पता चला कि बिजली कर्मचारी ने बिल की राशि में मीटर रीडिंग की जगह सर्विस नंबर भर दिया था। इसके बाद यह बिल जनरेट हुआ।