भोपाल (ईन्यूज एमपी)- रविवार आधी रात तक सहमति नहीं बनने से दसवें दिन भी शिवराज मंत्रिमंडल के सदस्यों के कामकाज का बंटवारा नहीं किया जा सका। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शनिवार को ग्वालियर में कहा था कि मंत्रियों के कामकाज का बंटवारा रविवार तक कर दिया जाएगा। प्रदेश भाजपा कार्यालय में रविवार को उन्होंने फिर दोहराया था कि रविवार को ही मंत्रियों को विभाग बांटे जाएंगे। इधर, दिन भर सोशल मीडिया सहित तमाम न्यूज चैनलों में मंत्रियों के विभागों के बंटवारे की अलग-अलग सूची दौड़ती रही। मुख्यमंत्री सचिवालय द्वारा दो बार इन सूचियों की विश्वसनीयता को लेकर खंडन भी किया गया। इसके बाद आधी रात तक संभावना जताई जाती रही थी कि सूची जल्द ही जारी होने वाली है। रात 12 बजे बाद सरकार ने अधिकृत तौर पर कहा कि मंत्रियों के विभागों के बंटवारे की सूची राज्यपाल के अनुमोदन के लिए भेज दी गई है। बताया जाता है कि लोक निर्माण, नगरीय प्रशासन सहित पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग को लेकर सहमति नहीं बन पाने के कारण फिर मामला उलझ गया था। बुंदेलखंड के दो कद्दावर मंत्री और सिंधिया समर्थक एक मंत्री के नाम पर सहमति नहीं बन पा रही थी। इसे लेकर प्रदेश भाजपा कार्यालय से लेकर मुख्यमंत्री निवास तक तकरीबन 10 घंटे मैराथन बैठक चली। उल्लेखनीय है कि प्रभारी राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने दो जुलाई को 28 मंत्रियों को शपथ दिलाई थी। इसके बाद शिवराज मंत्रिमंडल में मुख्यमंत्री को मिलाकर 34 सदस्य हो गए हैं। इनमें से पांच मंत्रियों ने 21 अप्रैल और 28 मंत्रियों ने दो जुलाई को शपथ ली थी। सोशल मीडिया में बंटे विभाग, सरकार ने किया खंडन नवनियुक्त मंत्रियों को विभाग दिए जाने को लेकर मुख्यमंत्री निवास पर जैसे ही बैठक का दौर शुरू हुआ। सोशल मीडिया सक्रिय हो गया। इस पर एक के बाद एक सूचियां आना शुरू हो गईं। आखिर सरकार को दो बार खंडन करना पड़ा। साथ ही यह भी बताया कि सूची देर रात तक जारी की जा सकती है।