भोपाल(ईन्यूज एमपी)- मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान आज मंत्रियों के विभागों का बंटवारा कर सकते हैं। शनिवार को ग्वालियर दौरे में उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा था कि मंत्रियों के बीच विभागों का बंटवारा रविवार को हो जाएगा। बता दें कि विभागों के बंटवारे पर ज्योतिरादित्य सिंधिया और शिवराज सिंह चौहान पर सहमति नहीं बन पाई थी जिस कारण से मध्यप्रदेश में शपथ ग्रहण के बाद भी प्रदेश में विभागों का बंटवारा नहीं हो सका था। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा था कि अभी सारे विभाग मेरे पास हैं और सरकार में कोई दिक्कत नहीं है। 2 जुलाई को 28 मंत्रियों ने शपथ ली थी मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपने मंत्रिमंडल में 2 जुलाई को 28 मंत्रियों को शामिल किया था, लेकिन उनके बीच विभागों का बंटवारा 9 दिन बाद भी नहीं हो पाया है। इस मसले को लेकर भोपाल और दिल्ली में भाजपा नेताओं के बीच लगातार चर्चाओं का दौर जारी रहा है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान विभागों के बंटवारे को लेकर दिल्ली का भी दौरा कर चुके हैं। इस दौरान उन्होंने ज्योतिरादित्य सिंधिया और पार्टी के कई वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात की थी। सिंधिया खेमे के मंत्रियों के विभागों को लेकर पेंच फंसा सूत्रों का कहना है कि बड़े विभागों को लेकर सहमति नहीं बन पा रही है। राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया अपने समर्थक मंत्रियों को कमलनाथ सरकार में आवंटित विभागों के साथ कुछ अतिरिक्त विभाग दिलाना चाहते हैं। क्यों नहीं हो पा रहा है विभागों का बंटवारा सूत्रों का कहना है कि ज्योतिरादित्य सिंधिया यह चाहते हैं कि सरकार में मलाईदार डिपार्टमेंट उनके समर्थक मंत्रियों को दिए जाएं। जबकि शिवराज सिंह चौहान ऐसे डिपार्टमेंट अपने खेमे के मंत्रियों को देना चाहते हैं। यही वजह है कि फैसला दिल्ली पर छोड़ा गया है। लेकिन अभी तक विभागों के बंटवारे पर सहमति नहीं बन सकी है। इन विभागों को लेकर फंसा था पेंच बताया जा रहा है कि ज्यादा झगड़ा नगरीय विकास, पीडब्ल्यूडी, राजस्व, स्वास्थ्य, परिवहन, जल संसाधन, पीएचई, वाणिज्यिक कर, आबकारी, स्कूल शिक्षा और महिला एवं बाल विकास विभाग को लेकर है। सिंधिया अपने खेमे के नेताओं को कई बड़ा पद दिलाना चाहते हैं।