रतलाम (ईन्यूज एमपी)-सुश्री सीमा शर्मा विशेष लोक अभियोजक (पॉक्सो एक्ट), रतलाम को लॉकडाउन के दौरान बालकों के लैंगिक शोषण के अपराधों के विषय पर कानूनी पुस्तक लेखन कार्य किए जाने पर श्री पुरूषोत्तम शर्मा, महानिदेशक/संचालक लोक अभियोजन म.प्र. द्वारा प्रशस्ति पत्र प्रदान किया गया। श्रीमती मोसमी तिवारी, प्रमुख जनसंपर्क अधिकारी, लोक अभियोजन म.प्र. द्वारा बताया गया कि कोविड-19 के संक्रमण को रोकने के लिए देशभर में लॉकडाउन घोषित कर लोगों को घर में ही रहने की अपील की गई थी, ऐसे में म.प्र. लोक अभियोजन के विभाग प्रमुख महानिदेशक/संचालक लोक अभियोजन श्री पुरूषोत्तम शर्मा ने इस अवसर को उत्पादक एवं रचनात्मक बनाने तथा बालकों के कल्याण के लिए, बालकों के विरूद्ध होने वाले लेंगिक अपराधों से संबंधित कानूनी विषय पर पुस्तक लिखने का विचार किया और इस विचार को कार्यरूप में परिवर्तित करने के लिए रतलाम में पदस्थ विभाग की सहायक जिला लोक अभियोजन अधिकारी सीमा शर्मा को इस विषय पर पुस्तक लिखने के लिए आदेशित किया और स्वयं ने भी पुस्तक लेखन के कार्य में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया। आप दोनों ने करीब 450 पृष्ठों की पुस्तक लिख दी, जो शीघ्र ही प्रकाशित होने जा रही है। यह पुस्तक इस विषय सं संबद्ध सभी मुख्य कर्ताओं के लिए सूचनाप्रद एवं उपयोगी है। श्री पुरूषोत्तम शर्मा सन् 1986 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं तथा विधिक विषयों पर आपका गहन अध्ययन है। आपके सानिध्य व मार्गदर्शन में सुश्री सीमा शर्मा द्वारा इस पुस्तक को मूर्त रूप दिया गया। यह पुस्तक “पॉक्सो एक्ट अनुसंधान एवं विचारण” शीर्षक से प्रकाशित की जा रही है, जिसे म.प्र. लोक अभियोजन के वरिष्ठ अधिकारियों को प्रदाय की जाएगी जिससे उन्हें अपनी व्यावसायिक दक्षता बढ़ाने में सहायता मिलेगी। सुश्री सीमा शर्मा द्वारा इसके पूर्व भी एक अन्य विधिक पुस्तक “पुलिस अनुसंधान एवं अभियोजन” का लेखन एवं प्रकाशन किया जा चुका है। सीमा शर्मा द्वारा किए गए पुस्तक लेखन के इस कार्य के लिए संचालक श्री शर्मा ने इनकी सराहना करते हुए प्रशस्ति पत्र प्रदान किया है।