इंदौर(ईन्यूज एमपी)- शिवराज सरकार शुक्रवार को केंद्र को 18 मई से शुरू होने वाले चौथे लॉकडाउन के संभावित स्वरूप को लेकर अपनी सिफारिश भेजेगी। इसके पहले गुरुवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान इस मामले में मंत्रियों और जिला आपदा प्रबंधन समूह की अनुशंसाओं पर विचार करने के अलावा राजनीतिक दलों के अध्यक्ष और धर्मगुरुओं से चर्चा की। संभावना जताई जा रही है कि ग्रीन और ऑरेंज जोन में अधिकांश गतिविधियां प्रारंभ की जाएंगे। रेड जोन में भी संक्रमित क्षेत्रों को छोड़कर अन्य जगहों पर लॉकडाउन में इस बार ढील दी जा सकती है। गौरतलब है कि मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में मंत्रालय में मंगलवार को मंत्रियों की बैठक हुई थी। इसमें मुख्यमंत्री ने सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ वीडियो कांफ्रेंस में कोरोना के मद्देनजर आए मुद्दों का ब्योरा दिया। साथ ही बताया कि प्रधानमंत्री ने राज्यों को लॉकडाउन को लेकर स्थानीय परिस्थितियों के हिसाब से निर्णय लेने के लिए कहा है। इधर भोपाल में लॉकडाउन पार्ट-3 समाप्त होने पर 18 मई से कारखानों को चालू करने की अनुमति मिलती है तो गोविंदपुरा औद्योगिक क्षेत्र के उद्योगपतियों के लिए कर्मचारियों को ढूंढ़ने की सबसे बड़ी चुनौती होगी। इससे उत्पादन संबंधी काम कराना आसान नहीं होगा। दरअसल 90 प्रतिशत कर्मचारी लॉकडाउन में पलायन कर चुके हैं। भोपाल को छोड़ दें तो विदिशा, रायसेन, होशंगाबाद, बैतूल सहित छत्तीसगढ़, बिहार, राजस्थान के ज्यादातर कर्मचारी घर जा चुके हैं। 18 से औद्योगिक क्षेत्र को चालू करने की उम्मीद औद्योगिक क्षेत्र के उद्योगपतियों को 18 मई से केंद्र सरकार की गाइडलाइन के मुताबिक कारखानों को चालू करने की अनुमति मिलने की उम्मीद है। अभी तक जिला व उद्योग केंद्र ने औद्योगिक क्षेत्र के आसपास लगी कॉलोनियों व चारों तरफ से खुला क्षेत्र होने से सभी कारखानों में काम चालू करने की अनुमति नहीं दी थी। अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा मंगलवार को राहत पैकेज का ऐलान करने के बाद उद्योग जगत को काम शुरू करने की उम्मीद बंधी है।