शहडोल/उमरिया(ईन्यूज एमपी)- औरंगाबाद रेल हादसे का शिकार हुए 16 मजदूरों के शव शनिवार को सुबह 11.30 बजे ट्रेन से जबलपुर लाए गए। इसके बाद उनके गृह जिलों शहडोल और उमरिया भेजा गया। जहां से उनके गांवों ममान और चिल्हारी ले जाकर देर शाम शवों का अंतिम संस्कार कर दिया गया। अपने बेटों और पतियों के क्षत-विक्षत शव देखकर परिजन बदहवास हो गए। महिलाओं को संभालना मुश्किल हो गया। देर शाम शहडोल में अंतौली गांव में 09 मजदूरों के शव को परिजनों की इच्छा पर एक साथ दफनाया गया। वहीं उमरिया के ममान गांव में 4 और एक मजदूर की चिल्हारी गांव में अंत्येष्टि कर दी गई। प्रशासन ने परिजनों को तत्कालिक राहत के तौर पर एक-एक लाख रुपए के चेक सौंपे हैं। उमरिया के गांव ममान में मृतक श्रमिकों की अंत्येष्टि की गई। शहडोल के अंतौली गांव में 11 मृतक आपस में चार चचेरे भाई, चाचा-भतीजा समेत 9 लोग सगे-संबंधी हैं। यह लोग एक ही मोहल्ले के रहने वाले थे। पूरे गांव में मातम पसरा है। अंतौली गांव में रहने वाले रामनिरंजन के तीन बेटे थे। उमरिया से शवों को उतारकर ट्रेन रवाना हुई तो 4 बजे बजे शहडोल पहुंची। प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों की मौजूदगी में शवों को ट्रेन से उतरवाकर एंबुलेंस में गांव के लिए रवाना किया गया। इससे पहले पूरे रेलवे स्टेशन को सैनिटाइज किया गया था। स्टेशन में एडीजीपी जी जनार्दन, डीआईजी जीएस उईके, कलेक्टर डॉ. सतेंद्र सिंह, एसपी सत्येंद्र कुमार शुक्ला, रेलवे सुरक्षा आयुक्त ऋषि शुक्ला सहित पुलिस, प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे। उमरिया में एक श्रमिक की मां का बुरा हाल था। प्रशासन ने मौके पर तत्कालिक आर्थिक सहायता दी है। 9 मजदूरों के शव अंतौली गांव में दफनाए गए पीपीई किट पहने तैयार खड़े नगर पालिका के कर्मचारियों ने शवों को एंबुलेंस रखा। यहां से धन सिंह, दीपक सिंह, बुद्धराज सिंह, शिवदयाल सिंह, धर्मेंद्र सिंह, निर्मेश सिंह, रावेंद्र सिंह, राजबहोरन और सुरेश सिंह के शवों को ग्राम अंतौली रवाना किया गया। यहां पर सभी के शव परिजनों की इच्छा पर दफना दिए गए। बाकी दो अन्य संतोष नापित का शव बैरिहा टोला और बृजेश सिंह के शव में एंबुलेंस में शहरगढ़ के लिए रवाना किया गया। पूरा गांव उमड़ पड़ा था। प्रशासन ने जेसीबी मंगाकर शवों का अंतिम संस्कार कराया। इसके पहले शाम को शवों को एंबुलेंस से गांव लाया गया। उमरिया में प्रशासन ने कराया अंतिम संस्कार उमरिया जिले में आज औरंगाबाद ट्रेन हादसे में मरने वाले 5 श्रमिकों के शव विशेष ट्रेन द्वारा लाकर उनके गृह ग्राम ममान ले जाया गया, जहां पर प्रशासन की उपस्थिति में अंतिम संस्कार कर दिया गया। पुलिस के मुताबिक, पांच मृतक मजदूरों के शव रेलवे स्टेशन से लेकर उन्हें शव वाहनों द्वारा उनके गृह ग्राम ले जाकर परिजनों को सौंप कर प्रशासन की उपस्थिति में अंतिम संस्कार कर दिया गया। इससे पहले ही स्टेशन में कलेक्टर स्वरोचिष सोमवंशी, एसपी सचिन शर्मा और रेलवे पुलिस चौकी प्रभारी डीके सिंह सहित तमाम अधिकारी पहुंच गए थे। मृतकों के अंतिम दर्शन करने जिला पंचायत अध्यक्ष ज्ञानवती सिंह भी स्टेशन पहुंची। अन्य लोगों को स्टेशन के बाहर ही रोक दिया गया था। एक एंबुलेंस में बीगेंद्र सिंह, प्रदीप सिंह, नेमशाह सिंह और मुनीम सिंह के शव ममान पाली भेजे गए। इस एंबुलेंस में ही हादसे में जीवित बचे बीगेंद्र सिंह के भाई वीरेंद्र सिंह को भेजा गया। वीरेंद्र सिंह शवों के साथ ही ट्रेन से पहुंचा था। वहीं अच्छेलाल काछी का शव दूसरे एंबुलेंस से चिल्हारी मानपुर रवाना किया गया।