सागर(ईन्यूज एमपी)- जिले के सरकारी स्कूलों में खाली पड़े शिक्षकों के 2 हजार से ज्यादा (2298) पदों पर अगले माह जून में नियुक्तियां होने की संभावना है। स्कूल शिक्षा विभाग के निर्देश पर एमपी ऑनलाइन ने शिक्षकों की लिखित परीक्षा की मैरिट लिस्ट अपलोड कर दी है। 2018 में आयोजित हुई इस परीक्षा में प्रदेश भर से करीब दस लाख से अधिक आवेदक शामिल हुए थे। हाईस्कूल और हायर सेकंडरी स्कूलों में उच्च माध्यमिक शिक्षक वर्ग-1, माध्यमिक शिक्षक वर्ग-2 तथा प्राइमरी शिक्षक वर्ग-1 के हजारों पद खाली पड़े हैं। इनमें से माध्यमिक व उच्च माध्यमिक शिक्षक के पदों पर भर्ती के लिए जारी की गई मैरिट लिस्ट के आधार पर आवेदकों के दस्तावेजों के वेरिफिकेशन की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। इसके बाद शिक्षकों को स्कूलों में ज्वाइन कराया जाएगा। इसके लिए चयनित आवेदकों ने अपने दस्तावेजों के साथ ही जिलों की चॉइस फिलिंग कर एमपी ऑनलाइन को पहले ही भेज दी है। 2 साल से चल रही है भर्ती प्रक्रिया शिक्षकों के खाली पड़े पदों को भरने के लिए वर्ष 2017-18 में भाजपा की शिवराज सिंह सरकार ने विज्ञापन जारी किया था। इसके बाद प्रदेश में कांग्रेस की सरकार आ गई थी। कांग्रेस सरकार ने दोनों परीक्षाओं का आयोजन कराया। रिजल्ट और मैरिट लिस्ट जारी होने के बाद पोस्टिंग की बारी आई तो फिर से प्रदेश में भाजपा की सरकार आ गई है। इस बीच करीब दो साल का वक्त गुजर गया है। 20 अप्रैल को होना थी प्रक्रिया पहले दस्तावेजों के वेरिफिकेशन का काम 20 अप्रैल से शुरू होना था, लेकिन लाॅकडाउन के कारण यह प्रक्रिया नहीं कराई जा सकी। इस बीच एमपी ऑनलाइन की वेबसाइट से चयनित आवेदकों की सूची भी हटा ली गई थी। इससे आवेदकों में घबराहट शुरू हो गई थी, कि कहीं उनकी ज्वाइनिंग न अटक जाए। लंबे अंतराल के बाद हुई है परीक्षा प्रदेश में वर्ष 2011-12 में प्रोफेशनल एग्जामिनेशन बोर्ड (व्यापम) ने संविदा शिक्षक वर्ग-1, वर्ग-2 तथा वर्ग-3 की पात्रता परीक्षा आयोजित की थी। इस भर्ती के बाद करीब 5 साल तक कोई परीक्षा आयोजित नहीं की गई। जयश्री कियावत, आयुक्त लोक शिक्षण ने कहा-लॉकडाउन खत्म होने के बाद शुरू होगी प्रक्रिया एमपी ऑनलाइन ने चयनित आवेदकों की लिस्ट अपलोड कर दी है। शिक्षकों की भर्ती से प्रदेश के सरकारी स्कूलों में खाली पड़े पद भरे जा सकेंगे। नए शिक्षण सत्र में सरकारी स्कूलों के विद्यार्थियों को पर्याप्त शिक्षक पहुंचने के कारण और बेहतर शिक्षा मिल सकेगी। लॉकडाउन खत्म होते ही शिक्षकों के दस्तावेजों का वेरिफिकेशन शुरू कर दिया जाएगा।