भोपाल(ईन्यूज एमपी)-उच्च शिक्षा विभाग ने प्रदेश के सरकारी कॉलेजों में कार्यरत अतिथि विद्वानों के लिए दो माह का मानदेय आवंटित कर दिया है। इन्हें कांग्रेस सरकार में नियुक्ति तो दे दी गई थी, लेकिन मानदेय नहीं दिया जा रहा था। अब जल्द ही सरकारी कॉलेज इन अतिथि विद्वानों के खाते में इनके मानदेय की राशि ऑनलाइन स्थानांतरित कर देंगे। दरअसल उच्च शिक्षा विभाग के सरकारी कॉलेजों में कार्यरत अतिथि विद्वानों को फरवरी और मार्च का मानदेय नहीं मिल सका था। इसकी वे लगातार मांग कर रहे थे। इस वजह से अतिथि विद्वान आर्थिक संकट से जूझ रहे थे। लेकिन अब मानदेय मिलने से उनका संकट खत्म हो जाएगा। विभाग ने दो माह के मानदेय में सूबे के 467 कॉलेजों में कार्यरत दो हजार 517 अतिथि विद्वानों के लिए 15 करोड़ दस लाख रुपए का बजट आवंटित किया है। प्राचार्यों ने उनके बिल निकालकर राशि आवंटित करना शुरू कर दिया है। हर महीने के तीस-तीस हजार रुपए के हिसाब से मानदेय का भुगतान करेंगे। इससे लॉकडाउन के दौरान सभी कार्य आसानी से निपटा सकेंगे। पिछली सरकार ने उनके प्रति पीरियड के हिसाब से भुगतान देने की व्यवस्था खत्म कर प्रतिमाह कम से कम तीस हजार रुपए देने निर्णय लिया था।