भोपाल (ईन्यूज एमपी)-कोरोना संक्रमण के फैलाव को देखते हुए अब इंदौर, भोपाल और उज्जैन को पूरी तरह सील कर दिया जाए। उन जिलों में भी पूरी तरह लॉकडाउन किया जाए, जहां संक्रमित व्यक्ति मिले हैं। इन क्षेत्रों में कोई भी व्यक्ति न तो अंदर जा सकेगा और न ही बाहर। जिला प्रशासन ही आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति सुनिश्चित कराए। कोरोना संक्रमण से प्रभावित व्यक्ति यदि जानकारी छुपाता है तो उसके खिलाफ एफआइआर की जाएगी और इलाज के बाद दंडात्मक कार्रवाई भी होगी। जो भी व्यक्ति कोरोना नियंत्रण के काम में लगे कर्मचारियों से बदसलूकी करता है, उसके खिलाफ भी सख्त कार्रवाई की जाए। यह निर्देश मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बुधवार को मंत्रालय में कोरोना वायरस की स्थिति और व्यवस्थाओं की समीक्षा के दौरान दिए। मुख्यमंत्री ने वरिष्ठ अधिकारियों से कहा कि जिस तरह से इंदौर और भोपाल में कोरोना के पॉजिटिव मामले लगातार सामने आ रहे हैं, उसे देखते हुए इन शहरों को पूरी तरह सील कर दिया जाए। जिन जिलों में एक-दो प्रकरण सामने आ रहे हैं, वहां भी विशेष एहतियात बरती जाए। बैठक में बताया गया कि कोरोना वायरस से 14 जिले प्रभावित हुए हैं। अधिकारियों ने यह भी बताया कि प्रदेश में अभी कोरोना से मृत्युदर सात से साढ़े प्रतिशत तक है। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना के मरीजों को बेहतर से बेहतर उपचार दिया जाए, जिससे मृत्यु दर को कम से कम किया जा सके। जांच क्षमता बढ़ाई जाए। मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस ने बताया कि प्रतिदिन अब जांच क्षमता 788 हो गई है। दस अप्रैल तक एक हजार तक पहुंच जाएगी। जांच के लिए सात लैब हैं। कोरोना वायरस की त्वरित जांच के लिए रैपिड टेस्टिंग किट्स की व्यवस्था की जा रही है।