भोपाल (ईन्यूज एमपी)-भोपाल समेत मध्य प्रदेश में मंगलवार को कोरोना के 60 नए रोगी मिले हैं। इन्हें मिलाकर प्रदेश में कोरोना पॉजिटिव की कुल संख्या बढ़कर 314 हो गई है। मंगलवार को देवास व उज्जैन व खरगोन में एक-एक मरीज की कोरोना से मौत की पुष्टि हुई है। इन्हें मिलाकर प्रदेश में मृतक संख्या 24 हो गई। मंगलवार को भोपाल में 21 नए मरीज मिले जबकि खरगोन में आठ, ग्वालियर-चंबल अंचल में छह व उज्जैन में तीन पॉजिटिव मिले हैं। इंदौर में मरीजों का आंकड़ा 173 पर पहुंच गया है। जबलपुर में कोरोना संदिग्ध का सैंपल बॉक्स से गायब हो गया, जिसे वापस मंगाया गया। उधर होशंगाबाद में मुख्यालय में निवास नहीं करने वाले 2 तहसीलदारों को नोटिस दिया गया है। खरगोन में मंगलवार को एक ही परिवार के आठ लोग कोरोना संक्रमित मिले हैं। इनमें से एक महिला की पहले मौत हो चुकी है। जिले के धरगांव के भी एक व्यक्ति की पहले मौत हो चुकी है। एक ही परिवार के जिन आठ लोगों में संक्रमण मिला उसी परिवार के 49 वर्षीय व्यक्ति में कोरोना पाया गया था। यह व्यक्ति पत्नी के साथ दक्षिण अफ्रीका से दिल्ली मरकज गया था और वहां से खरगोन लौटा था। इससे पहले खरगोन में चार पॉजिटिव मिले थे। उज्जैन जिले में मंगलवार को तीन नए केस सामने आए। नागदा तहसील का 20 वर्षीय युवक, उज्जैन के कोटमोहल्ला निवासी 42 साल की महिला और इसी क्षेत्र के 11 साल के बच्चे की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। महिला की रविवार को इलाज के दौरान मौत हुई थी। भोपाल में मंगलवार को 21 नए कोरोना पॉजिटिव मिले। इनमें 14 स्वास्थ्य विभाग और सात पुलिसकर्मी व उनके परिजन हैं। भोपाल में अब कोरोना पॉजिटिव लोगों की कुल संख्या 84 हो गई है। इसमें से 43 लोग तो सिर्फ स्वास्थ्य विभाग के हैं। वहीं 20 जमाती हैं और पुलिस से जुड़े 15 लोग हैं। वहीं होशंगाबाद कलेक्टर धनंजय सिंह के निर्देशानुसार अपर कलेक्टर जीपी माली ने कोरोना वायरस से उत्पन्न परिस्थितियों के मद्देनजर कोरोना वायरस के रोकथाम के लिए कोई ठोस कार्रवाई न करने, मुख्यालय पर उपस्थित नहीं रहने एवं पदीय दायित्वों का निर्वहन में गंभीर लापरवाही एवं उदासीनता बरतने पर होशंगाबाद के तहसीलदार शहरी आलोक पारे व तहसीलदार बाबई निधि चौकसे को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। कलेक्टर ने कोरोना वायरस के संक्रमण की रोकथाम एवं नियंत्रण के दृष्टिगत सभी जिला अधिकारियों व उनके अधीनस्थ अमले को मुख्यालय पर ही रहने के पूर्व में निर्देश दिए हैं। उक्त निर्देशों का उल्लंघन करने वाले अधिकारी/ कर्मचारियों के विरुद्ध कार्रवाई की जा रही है।