जबलपुर(ईन्यूज एमपी)- मध्य प्रदेश में कोरोना वायरस के संक्रमण की शुरुआत जबलपुर से हुई। शुक्रवार शाम 4 मरीजों में संक्रमण की पुष्टि हुई। जिला प्रशासन ने आपात बैठक बुलाई और वायरस के संक्रमण की रोकथाम के लिए एक्शन प्लान पर चर्चा हुई।बताया जाता है कि तीन मरीज दुबई से और 1 मरीज स्विट्जरलैंड से लौटा है। ये 2 अलग अलग परिवार से हैं। कलेक्टर ने वायरस से संक्रमित चारों मरीजों को विक्टोरिया अस्पताल से मेडिकल कॉलेज अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कराने के निर्देश दिए। विक्टोरिया अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती चारों मरीजों के थ्रोट स्वाब के नमूने जांच के लिए आईसीएमआर स्थित एनआईआरटीएच भेजे गए थे। शुक्रवार देर शाम एनआईआरटीएच द्वारा जारी थ्रोट स्वाब की रिपोर्ट जारी की गई, जिसमें चारों को कोरोना वायरस पॉजीटिव बताया गया। कलेक्टर भरत यादव ने चार मरीजों में कोरोना वायरस संक्रमण की पुष्टि करते हुए बताया कि मरीजों के स्वजन को भी क्वारंटाइन किया जाएगा। चारों कब दुबई यात्रा से लौटे थे। किस मार्ग से जबलपुर तक पहुंचे थे और संक्रमण की रिपोर्ट मिलने से पूर्व वे कहां-कहां गए, किन लोगों से मेलजोल किया इसका पता लगाया जा रहा है। उन सभी को क्वारंटाइन कर थ्रोट स्वाब के नमूने जांच के लिए लैब भेजे जाएंंगे। उन्होंने यह भी कहा कि संक्रमित मरीज जिन लोगों के संपर्क में रहे वे स्वेच्छा से अस्पताल पहुंचकर जांच कराएं। प्रदेश में कोरोना वायरस से बचाव के लिए लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दी जा रही है स्वास्थ्य विभाग के अनुसार खुद सुरक्षित रहें और परिवार को भी सुरक्षित रखें। भीड़-भाड़ वाले स्थानों पर जाने से बचें। बहुत जरूरी होने पर ही घर से निकलें, बिना कारण भीड़ इकट्ठी न होने दें। परिवार में यदि कोई सर्दी खासी का मरीज है तो उसको तुरंत डॉक्टर को दिखाएं और डॉक्टर की सलाह पर ही दवाई लें। जानकारों के अनुसार कोरोना से बचाव का सबसे बड़ा हथियार यही है कि आप स्वयं को सुरक्षित रखें। हो सके तो घर से बाहर न जाएं। हाथ धोकर ही घर में प्रवेश करें। सर्दी खांसी के मरीजों से दूरी बनाए रखें, स्वस्थ व्यक्ति को मास्क लगाने की आवश्यकता नहीं है। सार्वजनिक स्थानों पर जाने से बचें और किसी भी स्थिति में घबराएं नहीं। यदि विदेश से आने वाले या विदेशी व्यक्ति के संपर्क में आने वाले व्यक्ति की सूचना मिलती है तो तुरंत जिला प्रशासन, संबंधित थाने, स्वास्थ्य अमले को उपलब्ध कराएं। जिला प्रशासन, स्वास्थ्य विभाग व नगर निगम द्वारा संक्रमण को रोकने के लिए सभी जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं। सोशल मीडिया पर कोरोना के संबंध में अपूर्ण और भ्रामक जानकारी फैलाने वालों पर भी निगाह रखी जा रही है, इसके लिए पुलिस की साइबर सेल लगातार काम कर रही है। सोशल मीडिया पर झूठी खबरें और भ्रामक सूचना देने वाले पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।