भोपाल(ईन्यूज एमपी)-राजा भोज एयरपोर्ट की सुरक्षा में सेंध लगाकर रविवार शाम एक सिरफिरा युवक अति संवेदनशील रन-वे के बीच तक आ पहुंचा। युवक ने स्पाइस जेट की उड़ान के सामने खड़े होकर उसे रोकने का प्रयास किया। विमान के सामने आने के बाद उसने एप्रैन में खड़े एक प्राइवेट हेलीकॉप्टर के कांच फोड़ दिए। जानकारी के अनुसार रविवार को शाम करीब छह बजे स्पाइस जेट की उड़ान संख्या एसजी 3721 उदयपुर के लिए टेकऑफ हो रही थी। विमान ग्राउंड पर ही था कि पायलट को सामने एक युवक दिखाई दिया। युवक के हाथ में पानी की बोतल और पत्थर थे। सुरक्षित और संवेदनशील क्षेत्र में युवक को देख चालक दल हैरान रह गया। पायलट ने विमान को टेकऑफ करने के बजाय वापस टैक्सी-वे की तरफ मोड़ दिया। इसी बीच युवक दौड़ता हुआ एप्रैन की तरफ भागा और वहां खड़े एक प्राइवेट हेलीकॉप्टर पर पत्थर फैंकने शुरू कर दिए। इसी बीच सुरक्षा में तैनात सीआईएसएफ के जवानों ने उसे हिरासत में ले लिया, लेकिन तब तक युवक हेलीकॉप्टर के कांच फोड़ने में कामयाब हो गया। हेलीकॉप्टर के व्हील बेस को भी नुकसान पहुंचा है। इस हेलीकॉप्टर से राधास्वामी सत्संग न्यास के प्रमुख बाबा गुरिंदर सिंह ढिल्लो सोमवार को ब्यावरा रवाना होने वाले थे। विमान के सामने सिरफिरे युवक को देखकर विमान में सवार यात्री किसी अनहोनी की आशंका से घबरा उठे। यात्रियों को विमान से उतारकर उन्हें समझाया गया कि घबराने की कोई बात नहीं है। करीब दो घंटे बाद रात्रि 8 बजे री-बोर्डिंग करवाकर यात्रियों को विमान में बैठाया गया। इसके बाद विमान उदयपुर रवाना हुआ। सीआईएसएफ को सिरफिरे युवक ने नाम योगेश त्रिपाठी निवासी अरेरा कालोनी उम्र 24 साल बताया है। युवक का मानसिक संतुलन ठीक नहीं है। सुरक्षा बलों ने उसे गांधीनगर थाने के सुपुर्द कर दिया है। बताया जाता है कि आरोपित स्टेट हैंगर छोर से अंदर घुसा है। युवक ने स्टेट हैंगर पर तैनात सुरक्षा कर्मियों से कहा कि वह सीआईएसएफ में तैनात है। उसने खाकी पेंट भी पहन रखी थी। उसने कुछ दस्तावेज भी सुरक्षाकर्मियों को दिखाए। स्टेट हैंगर और राजा भोज एयरपोर्ट का रन-वे एक ही छोर पर है। स्टेट रन-वे से वह सीधा स्पाइस जेट के विमान की तरफ चला गया। संवेदनशील रन-वे तक युवक का पहुंचने से एयरपोर्ट की सुरक्षा पर सवाल उठने लगे हैं। हालांकि स्टेट हैंगर की सुरक्षा राज्य शासन के जिम्मे है। यदि युवक टेकऑफ कर रहे विमान पर एक भी पत्थर फेंकता तो बड़ा हादसा हो सकता था।