नई दिल्ली(ईन्यूज एमपी)- संसद का शीतकालीन सत्र आज से शुरू होने जा रहा है। पिछले दो दिनों में हुई सर्वदलीय बैठकों में सरकार के अलावा लोकसभा और राज्यसभा स्पीकर्स ने सभी दलों में सदन को सुचारू रूप से चलाने की अपील की। इसके बाद आज से संसद का यह सत्र शुरू होने जा रहा है। इस सत्र में केंद्र सरकार कई अहम बिल पेश कर सकती है जिसमें नागरिकता बिल भी अहम है। 13 दिसंबर तक चलने वाले संसद के इस सत्र में 26 दिनों में 20 दिन सासंद सदन में होंगे जिसमें प्राइवेट मेंबर्स डे भी शामिल है। केंद्र सरकार संसद के इस सत्र में नागरिकता बिल पास करवाने की कोशिश में है जिसकी मदद से पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान से 31 दिसंबर 2014 से पहले आए गैर मुस्लिमों को देश की नागरिकता दी जा सके। 18 नवंबर से 13 दिसंबर तक चलने वाले इस सत्र में कुल 47 विधेयक एवं प्रस्ताव संसद में रखे जाने हैं। पहले दिन संसद में चिट फंड (संशोधन) विधेयक, 2019 पेश किया जा सकता है। सत्र में सरोगेसी (रेगुलेशन) बिल, ई-सिगरेट पर प्रतिबंध के लिए विधेयक के अलावा पर्सनल डेटा प्रोटेक्शन बिल 2019, एंटी मेरीटाइम पाइरेसी बिल 2019, ट्रांसजेंडर पर्सन्स बिल 2019 समेत कई अन्य महत्वपूर्ण विधेयक पेश किए जाने की उम्मीद है। विपक्ष ने बनाई सरकार को घेरने की रणनीति दूसरी तरफ विपक्षी दलों ने सरकार को घेरने की रणनीति बनाई है। शीत सत्र के दौरान आर्थिक सुस्ती और कश्मीर जैसे मसलों पर हंगामे के आसार हैं। वहीं कुछ अन्य मुद्दों पर भी विपक्षी दल केंद्र सरकार को घेर सकते हैं।