नई दिल्ली(ईन्यूज एमपी)- दीपावली के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक बार फिर देश की जनता से मन की बात की मन की बात कार्यक्रम के इस 58वें एपिसोड का सुबह 11 बजे प्रसारण किया गया। कार्यक्रम के दौरान पीएम मोदी ने देशवासियों को दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएं देने के साथ कहा कि देश में नारी शक्ति का सम्मान होना चाहिए। देश की बेटियां हमारा गौरव हैं। पीएम मोदी ने गुरुनानक देव जी के 550वें प्रकाश पर्व का जिक्र करने के साथ ही सरदार वल्लभ भाई पटेल की 31 अक्टूबर को आने वाली जयंती की भी इस दौरान चर्चा की।बता दें कि पीएम मोदी द्वारा साल 2014 में पहली बार प्रधानमंत्री बनने के बाद से ही मन की बात कार्यक्रम की शुरुआत की गई थी। पीएम मोदी पहली बार 3 अक्टूबर 2014 को देश की जनता से इस कार्यक्रम के जरिये रुबरू हुए थे और उन्होंने अपने मन की बात को जनता से साझा किया था। मन की बात के दौरान पीएम मोदी ने यह बड़ी बातें कहीं। - पीएम मोदी ने देशवासियों को दीपावली की शुभकामनाएं दी। कहा - प्रकाश जीवन में सुख समृद्धि लेकर आता है। - PM मोदी ने पिछली बार की दिवाली की जिक्र करते हुए कहा कि हमने तय किया था इस बार भारत की लक्ष्मी का सम्मान करेंगें। इसके बाद सोशल मीडिया पर कई प्रेरक स्टोरी का अंबार लग गया। - नारी शक्ति पर आधारित कन्नड भाषा की कविता का जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि हमारी बेटियां हमारा गौरव हैं। उन्ही से हमारे समाज की मजबूत पहचान है। - 12 नवंबर 2019 को श्री गुरुनानक देव जी का 550 वां प्रकाशोत्सव मनाया जाता है। गुरुनानक देव जी ने हमें जीवन जीने का सही रास्ता दिखाया। - पीएम मोदी ने कहा फेस्टिवल टूरिज्म के लिए भारत में बहुत मौके हैं। - पीएम मोदी ने कहा स्टेच्यू ऑफ यूनिटी अध्ययन का विषय हो सकता है। एक साल में ही यहां देश विदेश से लोग आने लगे हैं। बहुत बड़ी इकॉनोमी डेवलप हो रही है। - 31 अक्टूबर को सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती के मौके पर रन फॉर युनिटी का आयोजन होगा। पीएम मोदी ने कहा सरदार पटेल की प्लानिंग एकदम सही होती थी। उन्होंने लक्षद्वीप पर पड़ोसी को कब्जा नहीं करने दिया। - सरदार पटेल ने ही देश को एकता के सूत्र में बांधा। उन्होंने सभी रियासतों को एक किया। - रन फॉर यूनिटी के लिए एक पोर्टल लांच किया गया है। 31 अक्टूबर को इसका आयोजन होगा। खुद की फिटनेस और देश की एकता के लिए आप सब लोग जरुर इसमें शामिल हों। - पीएम मोदी ने कहा कि लोकल चीजें खरीदने की कोशिश करें। बुनकरों, खादीवालों के हाथ से बना हुआ कुछ ना कुछ खरीदना चाहिए।