भोपाल(ईन्यूज एमपी)-प्रदेश सरकार को गिराने का सपना देख रही भाजपा के सितारे अब गर्दिश में दिख रहे है, कारण की दुसरे को कमजोर बताने और उनके प्यादों को लुभाने के चक्कर में अपने ही पराये होने लगे है, जिसका ताजा उदाहरण कल देखने को मिला कि 24 घंटे में सरकार को गिराने का दम भरने वालो को महज कुछ घंटे बाद ही झटका लग गया और दो प्यादे कमल के बजाय कमलनाथ के सुर में सुर मिलते दिखे, और दबी जुबान से चर्चा है कि भाजपा के सुर और बिगड़ने वाले है, अब ये तो वही बात हुई की आई न गई घरहू की गई, यानी की मिला तो कुछ नही बल्कि घर से ही चला गया | प्रदेश में चल रही समर्थन की सरकार को बार बार कमजोर व अस्थाई कहने वालो के मुंह पर अब ताला सा लग गया है,दिन-रात सरकार को गिराने का सपना देखने वालो की नीदे अब हराम हो गई है, 108 में से अभी तो महज दो ने ही बागी रूप दिखाए है, लेकिन कुछ ऐसे भी है जिनके पास भी पाला बदलने की पर्याप्त वजह है और समय भी है, कारण लम्बी वफादारी और लम्बी पारी के बाद भी उन्हें ईनाम नही मिला, हर बार ईनाम के हक़दार होते हुए भी इन सज्जनों के हिस्से में ईनाम कि कुर्सी नही आई, और इनके हिस्से समय का इंतजार ही शेष रहा है, अब अगर ऐसे में देखा जाये तो उचित समय आने में अभी समय है, लेकिन इनके पास समय नही है,हाँ जहाँ सही समय चल रहा है वहां पला बदलने का उचित समय जरूर है|खैर अब देखना होगा की कमलनाथ की कुर्सी को मजबूत करने के लिए कितनी भाजपाई कीले और लगती है, और ये भी देखना होगा की दूसरो को गिराने के जूनून में कमल कीचड में ही न धस जाए|